English, asked by funtimewithsam1234, 1 day ago

The situation is too complicated to understand. (Rewrite using so....that') *

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Answered by raghavbadhe
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Answer:

सोना या स्वर्ण (Gold) अत्यंत चमकदार मूल्यवान धातु है। यह आवर्त सारणी के प्रथम अंतर्ववर्ती समूह (transition group) में ताम्र तथा रजत के साथ स्थित है। इसका केवल एक स्थिर समस्थानिक (isotope, द्रव्यमान 197) प्राप्त है। कृत्रिम साधनों द्वारा प्राप्त रेडियोधर्मी समस्थानिकों का द्रव्यमान क्रमश: 192, 193, 194, 195, 196, 198 तथा 199 है। भारत के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फ़ण्डामेंटल रिसर्च के वैज्ञानिकों ने ब्लैक गोल्ड(Black Gold) नामक पदार्थ का निर्माण किया है |

सोना या स्वर्ण (Gold) अत्यंत चमकदार मूल्यवान धातु है। यह आवर्त सारणी के प्रथम अंतर्ववर्ती समूह (transition group) में ताम्र तथा रजत के साथ स्थित है। इसका केवल एक स्थिर समस्थानिक (isotope, द्रव्यमान 197) प्राप्त है। कृत्रिम साधनों द्वारा प्राप्त रेडियोधर्मी समस्थानिकों का द्रव्यमान क्रमश: 192, 193, 194, 195, 196, 198 तथा 199 है। भारत के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फ़ण्डामेंटल रिसर्च के वैज्ञानिकों ने ब्लैक गोल्ड(Black Gold) नामक पदार्थ का निर्माण किया है |

Explanation:

सोना या स्वर्ण (Gold) अत्यंत चमकदार मूल्यवान धातु है। यह आवर्त सारणी के प्रथम अंतर्ववर्ती समूह (transition group) में ताम्र तथा रजत के साथ स्थित है। इसका केवल एक स्थिर समस्थानिक (isotope, द्रव्यमान 197) प्राप्त है। कृत्रिम साधनों द्वारा प्राप्त रेडियोधर्मी समस्थानिकों का द्रव्यमान क्रमश: 192, 193, 194, 195, 196, 198 तथा 199 है। भारत के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फ़ण्डामेंटल रिसर्च के वैज्ञानिकों ने ब्लैक गोल्ड(Black Gold) नामक पदार्थ का निर्माण किया है |

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