'धूलों में था मैं पड़ा हुआ' का क्या तात्पर्य है
Answers
Answered by
34
- यह सुयश - सुयश क्या है? "विक्रमी पुरुष लेकिन सिर पर, चलता ना छत्र पुरखों का धर. सम्मान जगत से पाता है.
Similar questions