धनगर किस राज्य का एक जाना माना चरवाहा समुदाय है?
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मुजफ्फरनगर। दो दिन पहले हुए धनगर समाज के आंदोलन के चलते जिला प्रशासन और समाज के प्रतिनिधिमंडल के बीच बुधवार को वार्ता हुई। वार्ता के बाद यह निर्णय हुआ कि जांच के बाद धनगर समाज के लोगों को तहसीलदार एससी के प्रमाण पत्र जारी करेंगे।
धनगर समाज ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया था कि शासनादेश के बाद भी जिला प्रशासन उनके युवाओं के एससी के जाति प्रमाण पत्र जारी नहीं कर रहा है। इसे लेकर दो दिन पहले हजारों लोगों ने कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया था। डीएम अजय शंकर पांडेय ने धनगर समाज के लोगों से कहा था कि उनका प्रतिनिधिमंडल यहां आए और तहसीलदारों की मौजूदगी में बात होगी। एडीएम प्रशासन अमित कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में जिले की सभी तहसीलों के तहसीलदार मौजूद रहे। धनगर समाज की ओर से प्रतिनिधि मंडल में जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन सतपाल सिंह पाल, पूर्व विधायक मिथलेश पाल, विनय पाल, श्रीपाल, अमरनाथ पाल, सुरेश पाल, सतेंद्र प्रधान, रोशनलाल, किरणपाल, ब्रिजेश प्रधान मौजूद रहे। पाल समाज के लोगों ने प्रशासन के सामने कोई का आदेश रखा और कहा कि उनके प्रमाण पत्र पेंडिंग डाले गए हैं, उन पर कोई निर्णय नहीं लिया जा रहा है। प्रशासन यदि उन्हें एससी के प्रमाण पत्र जारी नहीं कर रहा है तो आवेदन निरस्त करे हम लोग फिर कोर्ट जाएं और अवमानना का दावा करें। एडीएम ने पाल समाज के लोगों से कहा कि शासनादेश के आधार पर धनगर समाज के लोगों को प्रमाण पत्र जारी होंगे। हालांकि इससे पहले तहसीलदार इसकी जांच कराएंगे और सभी से शपथ पत्र लिए जाएंगे।
अंबेडकर सोशल वेलफेयर सोसायटी ने विरोध किया
मुजफ्फरनगर। पाल, गडरिया, बघेल जाति को एससी के प्रमाणपत्र जारी करने को अंबेडकर सोशल वेलफेयर सोसायटी ने विरोध किया। डीएम को दिए ज्ञापन में कहा कि यह अनुच्छेद 341 का उल्लंघन है। ज्ञापन देने वालों में राजकुमार सिद्धार्थ, दीपक गंभीर आदि मौजूद रहे।