Hindi, asked by santoshkumarsunny552, 4 months ago

धनराज पिल्ले ने जमीन से उठकर आसमान का सितारा बनने तक की यात्रा तय
की है। लगभग सौ शब्दों में इस सफ़र का वर्णन कीजिए।​

Answers

Answered by shubhshubhi2020
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Answer:

धनराज पिल्लै की ज़मीन से उठकर आसमान का सितारा बनने तक की यात्रा कठिनाइयों और संघर्षों से भरी थीं। धनराज पिल्लै एक साधारण परिवार के होने के कारण उनके लिए हॉकी में आना इतना आसान न था। उनके पास हॉकी खरीदने तक के पैसे नहीं थे। उन्हें हॉकी खेलने के लिए अपने मित्रों से हॉकी स्टिक उधार माँगनी पड़ती थी। लेकिन कहते हैं ना जहाँ चाह वहाँ राह धनराज पिल्लै ने हार न मानते पुरानी स्टिक से ही निष्ठा और लगन से अभ्यास करते रहे और विश्व स्तरीय खिलाड़ी बनकर दिखाया। ऑलविन एशिया कैंप में चुने जाने के बाद धनराज पिल्लै ने मुड़कर कभी पीछे नहीं देखा अर्थात् उसके बाद वे लगातार सफलता की सीढ़ियाँ चढ़ते गए।

Answered by BhagyanshJaiswal
6

Explanation:

धनराज पपल्लैकी जमीन सेउर्कर आसमान का पसतारा बननेतक की

यात्रा कपर्नाइयद ै॑और सन्घशश ै॑सेभरी हुई है| धनराज पपल्लैएक साधारन

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उन्हे ै॑ हदकी खेलनेकेपलयेअपनेपमत्रद ै॑सेहदकी द्धिक उधार मान्गनी

पदती र्ी| लेपकन कहतेहै, "जहाै॑ चाह िहाै॑ राह" धनराज पपल्लैहार न

मानतेहुए पुरानी द्धिक सेही पनश्र्ा और लगन सेपनरन्तर अभ्यास करते

रहेऔर पिश्व िरीय द्धखलादी बनकर पदखाया| ओलपिन ऐपशआ कै प मे

चुनेजानेके बाद धनराज पपल्लैनेपीछेमुदकर नही ै॑देखा अर्ाणत उसके

बाद िेलगातार सफ़लता की सीपधयाै॑ चधतेगये|

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