TV dekhne se Labh aur Hani is Vishay par do do Mitro ka samvad lekhan हिन्दी मे
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Answer:
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Explanation:
TV will be written as doordarshan as it is the right word
१- सचमुच अगर टी.वी . न होता तो क्या होता।
२- क्या होता हमारी मां-दादी , छोटे भाई-बहन परेशान होते।
१- क्यों?
२- हमारी दादी-नानी एक सहारा ढूंढती है। हम घर पर नहीं होते, मां-पापा काम में रहते हैं। ऐसे में टी.वी. एक सहारा है
१- हां, सर्वप्रथम दुरदर्शन ने टी.वी. जगत में अपनी अहम भूमिका निभाई और सबके दिल को जीत लिया।
२- हां, आरंभ में तो दुरदर्शन ही था। जिसमें कोई अलग चैनल नहीं होता था।
१- हां, ५ घर के लोग एक जगह बैठकर टीवी देखते थे।
२- सचमुच दुरदर्शन एक वरदान साबित हुआ।
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Answer:
समीर – संजय, क्या तुम्हें उत्तराखंड में आए भूकंप की कुछ जानकारी मिली?
संजय – हाँ समीर, कल शाम को मैं अपने पापा के साथ दूरदर्शन पर समाचार देख रहा था तभी इस बारे में जान गया।
समीर – ऐसी प्राकृतिक आपदा देखकर मेरा तो मन भर आया।
संजय – ठीक कहा समीर तुमने, टूट-फूट चुके घर, तबाह हो गई जिंदगियाँ, धंसी ज़मीन, टूटी सड़कें, जगह-जगह शरणार्थी से बैठे लोगों को देखकर आँखों में आँसू आ गए।
समीर – मित्र, मैंने तो इन लोगों के आँसू पोछने के लिए सोचा है।
संजय – क्या मतलब? .
समीर – हमें इन लोगों की मदद करनी चाहिए।
संजय – हमारे पास साधन भी तो नहीं है।
समीर – दृढ़ इच्छा और लगन से सब कुछ संभव है। मैंने अपने स्कूल के कुछ छात्रों से बात की तो वे सहर्ष तैयार हो गए हैं। आज हम अपना-अपना सहयोग देंगे। इनमें दवाएँ, माचिस, मोमबत्तियाँ, कपड़े, खाने का सामान आदि होगा।
संजय -फिर?
समीर – इन्हें लेकर मैं उत्तराखंड के उन शिविरों में जाऊँगा, जहाँ पीड़ित भूखे-प्यासे बैठे हैं।
संजय – मैं भी तुम्हारे साथ चलूँगा। मैं भी उनकी कुछ सेवा करना चाहता हूँ।
समीर – यह तो बहुत अछि बात होगी।
संजय – मैं कल सवेरे ही तुमसे मिलता हूँ