उच्चतम न्यायालय के अपीलीय क्षेत्राधिकार का वर्णन कीजिए।
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Answer:
भारत का उच्चतम न्यायालय भारत का अंतिम अपीलीय न्यायालय है। इसे सारे राज्यों के उच्चतम न्यायालय के निर्णय के विरुद्ध अपील सुनने का अधिकार है। उच्चतम न्यायालय के अधिकार क्षेत्र इस प्रकार हैं।
संवैधानिक — भारत के अनुच्छेद 132 के अनुसार यदि उच्चतम उच्च न्यायालय यह प्रमाणित कर दें कि भारत के बाद में संविधान की व्याख्या से संबंधित कानून का कोई महत्वपूर्ण प्रश्न निहित है तो उच्च न्यायालय के निर्णय पर अपील सर्वोच्च न्यायालय में की जा सकती है।
दीवानी — 1973 में हुए तीसरे संविधान संशोधन के अनुच्छेद 133 के अनुसार उच्चतम न्यायालय में उच्च न्यायालय के सभी दीवानी विवादों की अपील की जा सकती है।
फौजदारी — फौजदारी के मामले में उच्च न्यायालय के निर्णय के विरुद्ध सर्वोच्च न्यायालय में अपील की जा सकती है, ये विशिष्ट परिस्थितियां है..
उच्च न्यायालय में नीचे के किसी न्यायालय के उच्च न्यायालय में सत्र न्यायालय के किसी निर्णय को रद्द करके अभियुक्त को मृत्युदंड दे दिया हो या मृत्युदंड के अपराधी को अपराध मुक्त कर दिया हो।
उच्च न्यायालय यह प्रमाणित कर दे कि मामला सर्वोच्च न्यायालय में अपील के योग्य है।
विशिष्ट — कुछ मामले ऐसे होते हैं जो उच्च न्यायालय में ऊपर की श्रेणी में नही आते फिर भी उन में सर्वोच्च न्यायालय का हस्तक्षेप आवश्यक होता है तो उन मामलों को अनुच्छेद 135 के तहत सीधे सर्वोच्च न्यायालय में अपील के लिए दायर किया जा सकता है।
Explanation:
अपीलीय क्षेत्राधिकार होता ये है कि अगर किसी को अधीनस्थ न्यायालय का फैसला उचित नहीं लगता है तो उच्च न्यायालय में अपील कर देता है, अगर उच्च न्यायालय का फैसला भी उचित नहीं जान पड़ता है तो फिर इसे उच्चतम न्यायालय में अपील कर देता है।