उछा मन अभिमान बढ़ायौ बाटूपाती पोग पियांची जैन आकाश चढायो नाशिनि माटो पटवल है कल सिखावत खोगा मन ही मन ब्याप करल प्रशंसा यह मिश्पा सुख भोर -
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Sorry l don't know
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So sorry
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