'उजियारा महलों में बंदी हर दीपक मजबूर है' पंक्ति का क्या आशिया है ?
Answers
Answered by
11
'उजियारा महलों में बंदी हर दीपक मजबूर है' पंक्ति का आशय इस प्रकार है...
✎... 'उजियारा महलों में बंदी हर दीपक मजबूर है' इन पंक्तियों के माध्यम से कवि का आशय यह है कि समाज में समानता की भावना फैलने की तो अभी बस शुरुआत ही हुई है। समानता का भाव पूरे समाज में फैलने में अभी काफी समय लगेगा। बिजली की रोशनी से तो अभी केवल धनी लोगों के घर ही जगमगाए है, निर्धनों के घर में तो अभी भी मजूबरी के दिये ही जल रहे हैं।
○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○
Answered by
1
Answer
जो उजाला है वाह अभी भी महलो मैं कैद हैं
पर आपकी आशा की किरण बहुत मजबूर हैं या इसिलिए हर दीपक मजबूर हैं
Explanation:
hope it helps you
Similar questions
Computer Science,
4 months ago
Math,
4 months ago
English,
8 months ago
Math,
8 months ago
Math,
1 year ago