उन्होंने गुफ्तगू क्या कर ली हमसे,
हाय धड़कनों ने उधम मचा दिया।
सारी दुनिया का #Love किनारा करके,
हमने रखा है फ़क़त खुद को तुम्हारा करके।
-{bhaleraoamol515}-
Answers
Answer:
चिपक रहा है बदन पर लहू से पैराहन
हमारे जैब को अब हाजत-ए-रफ़ू क्या है
जला है जिस्म जहाँ दिल भी जल गया होगा
कुरेदते हो जो अब राख जुस्तुजू क्या है
रगों में दौड़ते फिरने के हम नहीं क़ाइल
जब आँख ही से न टपका तो फिर लहू क्या है
वो चीज़ जिस के लिए हम को हो बहिश्त अज़ीज़
सिवाए बादा-ए-गुलफ़ाम-ए-मुश्क-बू क्या है
पियूँ शराब अगर ख़ुम भी देख लूँ दो-चार
ये शीशा ओ क़दह ओ कूज़ा ओ सुबू क्या है
रही न ताक़त-ए-गुफ़्तार और अगर हो भी
तो किस उमीद पे कहिए कि आरज़ू क्या है
हुआ है शह का मुसाहिब फिरे है इतराता
वगर्ना शहर में 'ग़ालिब' की आबरू क्या है
Answer:
Aaree apna name to bataooo
heheh
Kya kya kya name hai aapka
nahi nahi nahi mujhe us topic k baare m koi baat nahi karti( jo answer mene aapka like kiya)
heheh
hm hm hmm mujhe aase jokes marne m mja aata hai
ki m leave kar rahi hu heheh