Hindi, asked by Samruddhibajaj11, 5 months ago

'उन्नति की भी बँधी हुई सीमा है।'- पंक्ति को किसी उदाहरण द्वारा स्पष्ट कीजिए।​

Answers

Answered by Anonymous
3

Answer:

प्रस्तुत पंक्तियाँ कवि की जग के साथ रहकर चलने की और जग से अलग रहने की स्थिति का वर्णन करता है। कवि जानता है कि मनुष्य संसार से अलग नहीं हो सकता। वह जानता है कि वह इस संसार का एक हिस्सा है। अतः वह कितना भी चाहे परन्तु इससे कटकर रहना संभव नहीं है। वह कहीं भी जाएगा, जग उसके साथ ही होगा। उसे इस जग से चाहे कष्ट ही क्यों न मिले लेकिन इससे अलग होना उसके बस की बात नहीं है।

Explanation:

May the answer is correct

Hope you understood

Pls mark as brainliest

Also pls thanks if it helps

Similar questions