Hindi, asked by styla1, 1 year ago

उपमा अलंकार और रूपक अलंकार में क्या अंतर है? उदाहरण के साथ समझाइए।please its very urgent
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Answers

Answered by mchatterjee
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जब किसी सामान, पदार्थ या किसी व्यक्ति के रूप, गुण एवं दोष की तुलना किसी उपमा द्वारा जैसे किसी व्यक्ति का किसी व्यक्ति से करते हैं । उसे ही उपमा अलंकार कहते हैं।

जहां अत्यंत समानता को दिखाने के लिए उपमेय एवं उपमान को अलग किया जाता है ।वहां रूपक अलंकार होता है।
Answered by kamangupta3
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Answer:

उपमा अलंकार की परिभाषा

जब किन्ही दो वस्तुओं के गुण, आकृति, स्वभाव आदि में समानता दिखाई जाए या दो भिन्न वस्तुओं कि तुलना कि जाए, तब वहां उपमा अलंकर होता है।

उपमा अलंकार में एक वस्तु या प्राणी कि तुलना दूसरी प्रसिद्ध वस्तु के साथ कि जाती है। जैसे :

उपमा अलंकार के उदाहरण

हरि पद कोमल कमल।  

ऊपर दिए गए उदाहरण में हरि के पैरों कि तुलना कमल के फूल से की गयी है। यहाँ पर हरि के चरणों को कमल के फूल के सामान कोमल बताया गया है। यहाँ उपमान एवं उपमेय में कोई साधारण धर्म होने की वजह से तुलना की जा रही है अतः यह उदाहरण उपमा अलंकार के अंतर्गत आएगा।

रूपक अलंकार की परिभाषा

जब गुण की अत्यंत समानता के कारण उपमेय को ही उपमान बता दिया जाए यानी उपमेय ओर उपमान में अभिन्नता दर्शायी जाए तब वह रूपक अलंकार कहलाता है।

रूपक अलंकार अर्थालंकारों में से एक है। रूपक अलंकार में उपमान और उपमेय में कोई अंतर नहीं दिखायी पड़ता है। जैसे:

रूपक अलंकार के उदाहरण :

वन शारदी चन्द्रिका-चादर ओढ़े।  

चाँद की रोशनी को चादर के समान ना बताकर चादर ही बता दिया गया है। इस वाक्य में उपमेय – ‘चन्द्रिका’ है एवं उपमान – ‘चादर’ है। यहां आप देख सकते हैं की उपमान एवं उपमेय में अभिन्नता दर्शायी जा रही है। हम जानते हैं की जब अभिन्नता दर्शायी जाती ही तब वहां रूपक अलंकार होता है।

पायो जी मैंने राम रतन धन पायो।  

ऊपर दिए गए उदाहरण में राम रतन को ही धन बता दिया गया है। ‘राम रतन’ – उपमेय पर ‘धन’ – उपमान का आरोप है एवं दोनों में अभिन्नता है।यहां आप देख सकते हैं की उपमान एवं उपमेय में अभिन्नता दर्शायी जा रही है। हम जानते हैं की जब अभिन्नता दर्शायी जाती ही तब वहां रूपक अलंकार होता है।

आशा करता हूँ कि आपको सहायता मिली हो !

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