उसका पाहा
15. आइंस्टीन द्वारा विकसित सापेक्षता सिद्धांत के अनुसार, किसी वा
को ऊर्जा में बदला जा सकता है। यदि m द्रव्यमान के पदार्थ को
बदलने से E ऊर्जा मिले, तो E का मान m तथा प्रकाश के वेग .
पर निर्भर करता है। विमीय विधि का उपयोग कर E के लिए
तथा विमारहित स्थिरांक में व्यंजक प्राप्त करें।
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Answer:
आपेक्षिकता सिद्धांत अथवा सापेक्षिकता का सिद्धांत (अंग्रेज़ी: थ्योरी ऑफ़ रिलेटिविटी), या केवल आपेक्षिकता, आधुनिक भौतिकी का एक बुनियादी सिद्धांत है जिसे अल्बर्ट आइंस्टीन ने विकसित किया और जिसके दो बड़े अंग हैं - विशिष्ट आपेक्षिकता (स्पेशल रिलेटिविटी) और सामान्य आपेक्षिकता (जनॅरल रिलेटिविटी)।[1] फिर भी कई बार आपेक्षिकता या रिलेटिविटी शब्द को गैलीलियन इन्वैरियन्स के संदर्भ में भी प्रयोग किया जाता है। थ्योरी ऑफ् रिलेटिविटी नामक इस शब्द का प्रयोग सबसे पहले सन १९०६ में मैक्स प्लैंक ने किया था। यह अंग्रेज़ी शब्द समूह "रिलेटिव थ्योरी" (जर्मन : Relativtheorie) से लिया गया था जिसमें यह बताया गया है कि कैसे यह सिद्धांत प्रिंसिपल ऑफ रिलेटिविटी का प्रयोग करता है। इसी पेपर के चर्चा संभाग में अल्फ्रेड बुकरर ने प्रथम बार "थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी" (जर्मन : Relativitätstheorie) का प्रयोग किया था।
Answer:
E=mv^2 is answer when e is energy m is mass v is velocity