History, asked by maahira17, 11 months ago

उत्तर दीजिए ( लगभग 100-150 शब्दों में ) निम्नलिखित अवतरण महाभारत से है जिसमें ज्येष्ठ पांडव युधिष्ठिर दूत संजय को संबोधित कर रहे हैं :
संजय धृतराष्ट्र गृह के सभी ब्राह्मणों और मुख्य पुरोहित को मेरा विनीत अभिवादन दीजिएगा। में गुरु द्रोण के सामने नतमस्तक होता हूँ... मैं कृपाचार्य के चरण स्पर्श करता हूँ... (और) कुरु वंश के प्रधान भीष्म के। मैं वृद्ध राजा (धृतराष्ट्र) को नमन करता हूँ। मैं उनके पुत्र दुर्योधन और उनके अनुजों के स्वास्थ्य के बारे में पूछता हूँ तथा उनको शुभकामनाएँ देता हूँ... मैं उन सब युवा कुरु योद्धाओं का अभिनंदन करता हूँ जो हमारे भाई, पुत्र और पुत्र हैं... सर्वोपरि मैं उन महामति विदुर को (जिनका जन्म दासी से हुआ है) नमस्कार करता हूँ जो हमारे पिता और माता के सदृश हैं... मैं उन सभी वृद्धा स्त्रियों को प्रणाम करता हूँ जो हमारी माताओं के रूप में जानी जाती हैं। जो हमारी पत्नियाँ हैं। उनसे यह कहिएगा कि, “मैं आशा करता हूँ कि वे सुरक्षित हैं"".. मेरी ओर से उन कुलवधुओं का जो उत्तम परिवारों में जन्मी हैं और बच्चों की माताएँ हैं, अभिनंदन कीजिएगा तथा हमारी पुत्रियों का आलिंगन कीजिएगा... सुंदर, सुगंधित, सुवेशित गणिकाओं को शुभकामनाएँ दीजिएगा। दासियों और उनकी संतानों तथा वृद्ध, विकलांग और असहाय जनों को भी मेरी ओर से नमस्कार कीजिएगा...
इस सूची को बनाने के आधारों की पहचान कीजिए - उम्र, लिंग, भेद व बंधुत्व के संदर्भ में। क्या कोई अन्य आधार भी हैं? प्रत्येक श्रेणी के लिए स्पष्ट कीजिए कि सूची में उन्हें एक विशेष स्थान पर क्यों रखा गया है?

Answers

Answered by nikitasingh79
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न केवल उम्र, लिंग और रिश्तेदारी संबंध बल्कि अन्य कारक भी थे जिन्हें सूची तैयार करने के लिए माना गया था।  

प्रत्येक श्रेणी के लिए सूची में उन्हें एक विशेष स्थान पर  रखा गया है क्योंकि -  

  • ब्राह्मण, पुरोहितों और गुरुजनों को सर्वोच्च सम्मान दिया गया। वे सभी व्यापक रूप से सम्मानित थे।  
  • भ्रातृ परिजनों को भी सम्मान दिया गया, जिन्हें माता-पिता की तरह माना जाता था।  
  • जो लोग कम उम्र के थे, उन्हें तीसरे स्थान पर रखा गया था।  
  • अगले स्थान में, युवा कुरू योद्धाओं का सम्मान किया गया।
  • महिलाओं को भी यथोचित स्थान दिया गया । इस क्रम में पत्नियाँ, माताएँ, बहुएँ और बेटियाँ आती है।  
  • अनाथ और विकलांगों का भी ध्यान रखा गया था।युधिष्ठिर भी उनका स्वागत करते हैं

आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।।

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