उत्तर दीजिए (लगभग 100 शब्दों में) वे शरिया और बा शरिया सूफी परंपरा के बीच एकरूपता और अंतर, दोनों को स्पष्ट कीजिए।
Answers
बे- शरिया और बा - शरिया सूफी परंपरा के बीच एकरूपता :
(1) बे- शरिया और बा - शरिया दोनों पीर अथवा गुरु को अत्यधिक महत्व देते हैं।
(2) दोनों ही इस्लाम धर्म से संबंध रखते हैं।
बे- शरिया और बा - शरिया सूफी परंपरा के बीच अंतर :
(1) शरिया का उल्लंघन करने वालों को बे- शरिया कहा गया तथा शरिया का पालन करने वालों को बा - शरिया कहा गया।
(2) बा - शरिया किलो कभी-कभी शेखू से जुड़े रहते थे परंतु बे - शरिया वाले खानकाह शेखों से बिल्कुल अलग रहते थे।
आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।।
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Explanation:
बे शरिया और बा शरिया सूफी परंपरा के शरिया का पालन करने वाले को बा-शरिया और शरिया की अवेहलना करने वालों को बे-शरिया कहा जाता था।
- बे शरिया और बा शरिया दोनों ही इस्लाम धर्म से संबंध रखते थे।
- दोनों ही एक ईश्वर में विश्वास रखते थे।
- उनके अनुसार अल्लाह एक मात्र ईश्वर हैं जो सर्वोच्च, शक्तिशाली अथवा सर्वव्यापक हैं।