History, asked by maahira17, 11 months ago

उत्तर दीजिए (लगभग 100 शब्दों में) वे शरिया और बा शरिया सूफी परंपरा के बीच एकरूपता और अंतर, दोनों को स्पष्ट कीजिए।

Answers

Answered by nikitasingh79
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बे- शरिया और बा - शरिया सूफी परंपरा के बीच एकरूपता :  

(1) बे- शरिया और बा - शरिया दोनों पीर अथवा गुरु को अत्यधिक महत्व देते हैं।

(2) दोनों ही इस्लाम धर्म से संबंध रखते हैं।

बे- शरिया और बा - शरिया सूफी परंपरा के बीच अंतर :  

(1) शरिया का उल्लंघन करने वालों को बे- शरिया कहा गया तथा शरिया का पालन करने वालों को  बा - शरिया कहा गया।

(2) बा - शरिया किलो कभी-कभी शेखू से जुड़े रहते थे परंतु बे - शरिया वाले खानकाह शेखों से बिल्कुल अलग रहते थे।

आशा है कि यह उत्तर आपकी अवश्य मदद करेगा।।।।

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Answered by Anonymous
7

Explanation:

बे शरिया और बा शरिया सूफी परंपरा के शरिया का पालन करने वाले को बा-शरिया और शरिया की अवेहलना करने वालों को बे-शरिया कहा जाता था।

  • बे शरिया और बा शरिया दोनों ही इस्लाम धर्म से संबंध रखते थे।

  • दोनों ही एक ईश्वर में विश्वास रखते थे।

  • उनके अनुसार अल्लाह एक मात्र ईश्वर हैं जो सर्वोच्च, शक्तिशाली अथवा सर्वव्यापक हैं।

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