"ऊपर की तसवीर से यह नहीं माना जाए कि बालगोबिन भगत साधु थे।" क्या 'साधु' की पहचान पहनावे के आधार पर की जानी चाहिए? आप किन आधारों पर यहसुनिश्चित करेंगे कि अमुक व्यक्ति 'साधु' है?
Answers
निम्नलिखित आधारों पर सुनिश्चित करेंगे कि अमुक व्यक्ति 'साधु' है
Explanation:
एक साधु की पहचान उसके पहनावे से नहीं बल्कि उसके आचार विचार तथा व्यवहार और उसके जीवन शैली पर निर्भर होती है। यदि व्यक्ति का आचरण सत्य, अहिंसा, अपरिग्रह, त्याग लोक - कल्याण से युक्त होता है तभी वह साधु हो सकता है। साधु का जीवन सात्विक होता है। उसका जीवन भोग - विलास की छाया से भी मुक्त होता है। साधु के मन में केवल ईशवर की सच्ची भक्ति होती है। अतः हम उपर्युक्त बातों से सुनिश्चित करेंगे कि अमुक व्यक्ति साधु है।
एक साधु की पहचान उसके पहनावे से नहीं बल्कि उसके अचार - व्यवहार तथा उसकी जीवन प्रणाली पर आधारित होती है। यदि व्यक्ति का आचरण सत्य, अहिंसा, अपरिग्रह, त्याग, लोक-कल्याण आदि से युक्त है, तभी वह साधु है। साधु का जीवन सात्विक होता है। उसका जीवन भोग-विलास की छाया से भी दूर होता है। उसके मन में केवल इश्वर के प्रति सच्ची भक्ति होती है।