वाचन का महत्तव वाचन क्यों जरूरी है उसपर 10 पंक्तियाँ लिखो ।।
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हमारे जीवकन में वचन का बहुत महत्व होता है । वचन यानी अपने द्वारा कही गयी बात पर प्रतिबध्दता दिखाना। प्राचीन काल मे लोग अपने वचन के पककके होते थे , तभी तो कहा गया है "रघुकुल रीत सदा चाली आयी , प्राण जाए पर वचन न जाये।" यदि हमने किसी कार्य को करने का ठान लिया है तो हमे वो करना ही है चाहे जितनी कठिनाई आये परंतु हमे उस कार्य को पूर्ण करने ही है। यदि ये विचार जिस व्यक्ति में आ जाये वह व्यक्ति जीवन मे कभी असफल नही होगा। यदि आप वचनबद्ध है तो आपको उस वचन को पूर्ण करनेहै फिर बाद में क्या होगा उसकी चिंता नही करनी है।
वचन का दो अर्थ होता है एक वचन तो मैंने बता दिया दूसरा वचन है आपके शब्द जो आप बोलते है। अर्थात हमे अपने वचन शुद्ध और मीठे रखने चाहिए।
कबीरदास नेभी इस पर कहा है:-"ऐसी बानी बोलिये मैन का आप खोये , औरन को शीतल करे आपहु शीतक़ल होये।"
यह वानी अर्थात वचन ही है।