‘ विज्ञापन पर व्यय एक सामाजिक अपव्यय हैI’ क्या आप इससे सहमत हैं?
Answers
Answered by
6
विज्ञापन विरोधियों की मान्यता के अनुसार, विज्ञापन पर किए गए व्यय को सामाजिक अपव्यय माना जाता है क्योंकि इसकी लागत में हमेशा वृद्धि होती रहती है, ग्राहकों की आवश्यकताएँ भी बढ़ती हैं और इसी कारण इस प्रक्रिया से सामाजिक मूल्यों में अत्यधिक गिरावट आती है। सामाजिक मूल्यों की गिरावट पूरे समाज के लिए हानी का कारण बन सकती है।
Answered by
1
विज्ञापन विरोधियों की मान्यता के अनुसार, विज्ञापन पर किए गए व्यय को सामाजिक अपव्यय माना जाता है क्योंकि इसकी लागत में हमेशा वृद्धि होती रहती है, ग्राहकों की आवश्यकताएँ भी बढ़ती हैं और इसी कारण इस प्रक्रिया से सामाजिक मूल्यों में अत्यधिक गिरावट आती है। सामाजिक मूल्यों की गिरावट पूरे समाज के लिए हानी का कारण बन सकती है।
Similar questions