विजयसिंह पथिक ने जनजागरण का कार्य किस प्रकार किया?
Answers
विजय सिंह पथिक उर्फ भूप सिंह गुर्जर, जिन्हें राष्ट्रीय पथिक के नाम से जाना जाता है, भारतीय क्रांतिकारी थे।
Explanation:
वह एक बहुत प्रसिद्ध हिंदी कवि, लेखक और पत्रकार भी थे। वे राजस्थान केसरी और नवीन राजस्थान के संपादक थे। उन्होंने अपना स्वतंत्र हिंदी साप्ताहिक, राजस्थान संदीप और अजमेर से नव संवत् भी शुरू किया। वह राज्य के पहले क्रांतिकारियों में से थे जिन्होंने राज्य में स्वतंत्रता आंदोलन की मशाल जलाई थी। पथिक ने बिजोलिया के किसान आंदोलन शुरू किया था। उनका असली नाम भूप सिंह गुर्जर था, लेकिन 1915 में लाहौर षडयंत्र मामले में फंसने के बाद उन्होंने अपना नाम बदलकर विजय सिंह पथिक रख लिया। बुलंदशहर जिले में 1857 के संघर्ष में उनके दादाजी के बलिदान ने उन्हें स्वतंत्रता सेनानी होने के लिए गहराई से प्रभावित किया। वह अपनी किशोरावस्था में क्रांतिकारी संगठन में शामिल हो गए और भारत में ब्रिटिश शासन के खिलाफ सक्रिय भाग लिया। पथिकजी का असहयोग आंदोलन इतना सफल रहा कि लोकमान्य तिलक ने बिजोलिया आंदोलनकारियों की मांग को पूरा करने के लिए महाराणा फतेह सिंह को एक पत्र लिखा।