Hindi, asked by kasavsingh, 3 months ago

वृंदावन में हर रोज सूरज निकलने से पहले क्या अनुभव होता है​

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Answered by proxy001in
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Answer:हरिवंश-

सृष्टि के शुरू से ही शायद मनुष्य की सबसे बड़ी तलाश रही है, एक दिन वह जंगल की पगडंडी से गुजर रहे थे कि एक आदमी आया. उसने कहा, तुम मुझे नहीं पहचानते, पर मुझे तुम्हारे पास आने के लिए भेजा गया है. पास के ही एक गुफा में एक महान संत रहते हैं.

मेरा मिशन तुम्हें उन तक पहुंचाना है. वहीं रिचर्ड की मुलाकात टाटवाले बाबा से हुई. एक अत्यंत मशहूर योगी और संत. सिर्फ जंगली जड़ी-बूटी और फलों पर ही जिन्होंने कई दशकों तक साधना की. पूरी रात बिना हिले बैठ कर साधना में डूबे संत. रिचर्ड जब भारत आये, तो उनकी अभिलाषा थी, भारत के सही संतों से मिलने की और पवित्र धामों की यात्रा करने की. टाटवाले बाबा के साथ हुए अनुभवों के बारे में स्वामी राधानाथ जी ने लिखा है, उनके सान्निध्य में ध्यान करते हुए मुझे शब्दातीत अनुभव प्राप्त हुए.

अंतत: जब मैं अपने विचार उन्हें बताने गया, वे मेरे बारे में पहले से ही अवगत थे. इससे पहले कि मैं अपना मुंह खोलता, उन्होंने वे शब्द कह दिये, जिन्हें कहने की मैं योजना बना रहा था. सौम्यता से उन्होंने मेरी आंखों में देखा और अपना हाथ उठा दिया. जाओ भगवान तुम्हारी सहायता करे. ओउ्म तत् सत्. ' (साभार : अनोखा सफर- एक अमेरिकी स्वामी की आत्मकथा)

हे भगवान! कोई है, जो मुझे आप तक पहुंचने का मार्ग दिखा दे.

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