विद्यालय के वार्षिकोत्सव में पुरस्कार प्रति प्रसन्नता
का वर्णन करते हुए अपने पिताजी को पत्र लिखिए।
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And if you don't have any answer to my question please don't answer.
Answers
Answer:
Explanation:
रमेश भाटिया
नवीन विद्यालय हॉस्टल . जबलपुर
दिनांक : 12.4.15
प्रिय पिताजी,
सस्नेह नमस्ते,
आशा है आप वहाँ कुशल होंगे। कल हमारे विद्यालय का वार्षिक
उत्सव मनाया गया। हमलोगों को बहुत आनंद आया। सुबह 10 बजे कार्यक्रम शुरू हुआ। सर्व प्रथम प्रधानाध्यापक जी ने मुख्य अतिथि जी का
स्वागत करा। उसके बाद उन्होंने विद्यालय के विकास और उन्नति के बारे में बताया।
फिर एक अध्यापक ने मुख्य अतिथि जी को कुछ शब्द बोलने के लिए आमंत्रित किया। तत्पश्चात
दो विद्यार्थियों ने विद्यालय में प्रदान करी जा रही शिक्षा के बारे में कुछ शब्द
कहे।
फिर दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों ने 'शिक्षा का महत्त्व' नामक नाटक प्रस्तुत करा। वह दर्शकों को बहुत अच्छा लगा।
मुख्य अतिथि जी ने भी उसकी प्रशंसा करी। आपको यह जानकर खुशी होगी कि मैंने भी इस
नाटक में भाग लिया।
दोपहर को सबको दावत दी गयी। सभी अध्यापकों, अतिथियों और विद्यार्थियों
ने स्वादिष्ट भोजन का आनंद लिया। शाम को संगीत का कार्यक्रम हुआ। गायन में निपुण
विद्यार्थियों ने एक श्रेष्ट संगीत कार्यक्रम प्रस्तुत किया। अंत में विद्यालय की
ओर से सबको एक पत्रिका उपहार में दी गयी। इस प्रकार विद्यालय का वार्षिक उत्सव शाम
को 6 बजे संपन्न हुआ।
अगर आप और माताजी भी यहाँ होते तो दुगुना मज़ा आता।
प्यार सहित
आपका पुत्र रमेश
निष्कर्ष
पत्र
पत्र एक लिखित संदेश है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को एक माध्यम से पहुँचाया जाता है। इस शब्द में आमतौर पर बड़ी संख्या में लोगों द्वारा अपने मूल रूप में पढ़ी जाने वाली लिखित सामग्री को शामिल नहीं किया जाता है, जैसे कि समाचार पत्र और तख्तियां, हालांकि इनमें "खुले पत्र" के रूप में सामग्री भी शामिल हो सकती है।
मुख्य सामग्री.
अदारनिया
एमडी कमरुद्दीन
नवीन विद्यालय हॉस्टल
जबलपुर
दिनांक : 21.08.22
प्रिय पिताजी,
सस्नेह नमस्ते, आशा है आप वहाँ कुशल होंगे। कल हमारे विद्यालय का वार्षिक उत्सव मनाया गया। हमलोगों को बहुत आनंद आया। सुबह 10 बजे कार्यक्रम शुरू हुआ। सर्व प्रथम प्रधानाध्यापक जी ने मुख्य अतिथि जी का स्वागत करा। उसके बाद उन्होंने विद्यालय के विकास और उन्नति के बारे में बताया। फिर एक अध्यापक ने मुख्य अतिथि जी को कुछ शब्द बोलने के लिए आमंत्रित किया। तत्पश्चात दो विद्यार्थियों ने विद्यालय में प्रदान करी जा रही शिक्षा के बारे में कुछ शब्द कहे।
फिर दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों ने 'शिक्षा का महत्त्व' नामक नाटक प्रस्तुत करा। वह दर्शकों को बहुत अच्छा लगा।
मुख्य अतिथि जी ने भी उसकी प्रशंसा करी। आपको यह जानकर खुशी होगी कि मैंने भी इस नाटक में भाग लिया।
दोपहर को सबको दावत दी गयी। सभी अध्यापकों, अतिथियों और विद्यार्थियों
ने स्वादिष्ट भोजन का आनंद लिया। शाम को संगीत का कार्यक्रम हुआ। गायन में निपुण
विद्यार्थियों ने एक श्रेष्ट संगीत कार्यक्रम प्रस्तुत किया। अंत में विद्यालय की ओर से सबको एक पत्रिका उपहार में दी गयी। इस प्रकार विद्यालय का वार्षिक उत्सव शाम
को 6 बजे संपन्न हुआ।
अगर आप और माताजी भी यहाँ होते तो दुगुना मज़ा आता।
प्यार सहित आपका पुत्र तोसिफ
पत्र, के बारे में अधिक जानने के लिए.
https://brainly.in/question/12997518
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