विद्यालयों में लम्बे समय से ऑन लाइन शिक्षण हो रहा है इसके लाभ -हानि को लेकर दो दोस्तों के बीच 80 शब्दों का संवाद लिखिए|
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This is a debate of Manish and Sumit
Sumit : Online class is so bad
Manish : No online class is so important for students because COVID 19 stopped our life and no offline classes so online classes is very important.
Sumit : Mobile phone is so dangerous because our eye shades is week ..
Manish : Some childrens they goal our school and online class in not goal because parents can seen..
Answer:
शैक्षिक गतिविधियां रूक जाने से बच्चों के दैनन्दिन जीवन शैली प्रभावित हो रही थी। देर से सोना, देर तक सोना, कुछ भी समय से नहीं करना आदि जैसी प्रवृतियां बढ़ती जा रही थी। जाहिर सी बात है घर के अभिभावक भी बच्चों के इन व्यवहारों से खुश नहीं थे। कोरोना के खौफ के साथ-साथ बच्चे की बदलती प्रवृति भी उन्हें चिंतित कर रही थी। स्कूलों ने जब घर में बैठे बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से जोड़ा तब सबसे ज्यादा संतोष घर के इन्हीं अभिभावकों को हुआ। स्कूल प्रबंधन ने एक रुटीन के तहत बच्चों को घर में ही पढ़ाने की शरुआत की। स्कूल के ही यूनिफार्म में बच्चे 5-6 घंटे स्मार्ट फोन या लैपटॉप के सामने बैठ पढाई करने लगे। अलग अलग विषयों के अलग अलग सत्र भी होने लगे। आरंभ में यह एक नवीन प्रयोग के तौर पर किया जा रहा था परंतु बच्चे व उनके परिवार के साथ साथ स्कूल के द्वारा भी इसे हाथों हाथ लिया गया और इसे सफल प्रयोग माना गया।
पाठ्यक्रम के अनुसार सीखने- सिखलाने की कवायद फिर से होने लगी। शिक्षक पाठ्यक्रम के अनुसार कभी विडीयो बनाकर तो कभी जूम एप पर विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करने लगे। हमें यह मानने में किसी भी प्रकार से गुरेज नहीं है कि हालात सामान्य होने तक ऑनलाइन शिक्षण पद्धति एक मजबूत विकल्प के तौर पर सामने आई है। तकनीकी रूप से कुछ व्यवधान के बावजूद बच्चों के शिक्षण को सतत क्रियाशील रखने के लिए ऑनलाइन शिक्षण पद्धति ने कोरोना संकट के निराशा भरे माहौल में एक आशा की किरण है,एक राहत भरी खबर है। परंतु अब जब ऑनलाइन शिक्षण पद्धति का प्रयोग करते हुए दो-तीन महीने का अनुभव हो चुका है ,हमें इसके कुछ स्याह पक्ष भी देखने को मिल रहे हैं या भविष्य में देखने को मिल सकते हैं।