Hindi, asked by krishsahani, 8 months ago

विद्या नाम नरस्य रूपमधिकं प्रच्छन्नगुप्तं धनम्,
विद्या भोगकरी यशःसुखकरी विद्या गुरुणां गुरुः।
विद्या बन्धुजनो विदेशगमने विद्या परादेवता
विद्या राजसु पूज्यते न हि धनं विद्याविहीनः पशुः।3। hindi anuwad​

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Answered by janhaviGGaikwad
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Answer:

ज्ञान मनुष्य के रुप से बडा है. ज्ञान धन से बडा है. ज्ञान हमे सुकुन देता है. ज्ञान गुरु का गुरु है. ज्ञान परदेश मे रहनेवालो के काम आता है. ज्ञान की राजा पूजा करता है. ज्ञान के बिना बिना मनुष्य पशु है.

Answered by saraswatigohil2
5

Answer:

right answer dhdehcdkkvv fsvv

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