विद्यार्थी जीवन पर निबंध। (100 शब्द)
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विद्यार्थी जीवन पर निबंध | Essay on Students Life in Hindi!
विद्यार्थी जीवन साधना और तपस्या का जीवन है । यह काल एकाग्रचित्त होकर अध्ययन और ज्ञान-चिंतन का है । यह काल सांसारिक भटकाव से स्वयं को दूर रखने का काल है । विद्यार्थियों के लिए यह जीवन अपने भावी जीवन को ठोस नींव प्रदान करने का सुनहरा अवसर है । यह चरित्र-निर्माण का समय है । यह अपने ज्ञान को सुदृढ़ करने का एक महत्त्वपूर्ण समय है ।
विद्यार्थी जीवन पाँच वष की आयु से आरंभ हो जाता है । इस समय जिज्ञासाएँ पनपने लगती हैं । ज्ञान-पिपासा तीव्र हो उठती है । बच्चा विद्यालय में प्रवेश लेकर ज्ञानार्जन के लिए उद्यत हो जाता है । उसे घर की दुनिया से बड़ा आकाश दिखाई देने
लगता है । नए शिक्षक नए सहपाठी और नया वातावरण मिलता है । वह समझने लगता है कि समाज क्या है और उसे समाज में किस तरह रहना चाहिए । उसके ज्ञान का फलक विस्तृत होता है । पाठ्य-पुस्तकों से उसे लगाव हो जाता है । वह ज्ञान रस का स्वाद लेने लगता है जो आजीवन उसका पोषण करता रहता है ।
Answer:
विद्यार्थी जीवन पर निबंध इस प्रकार है-
Explanation:
विद्यार्थी जीवन व्यक्ति के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण समय होता है। यद्यपि समय की चिंता करने की कोई सांसारिक परवाह नहीं है, फिर भी छात्र के लिए अवधि बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि उसे अपने चरित्र के निर्माण में और उसके बारे में दुनिया के साथ संपर्क बनाने में ज्ञान प्राप्त करने के लिए उठना और करना है। . इस अवधि में वह जिन छापों को इकट्ठा करेगा, वे उसके भविष्य के आचरण को निर्धारित करेंगे। छात्र जीवन में वह जो स्वाद विकसित करेगा, वह उसके भविष्य के करियर में अन्य लोगों के प्रति उसके व्यवहार को प्रभावित करेगा। इसलिए यह आवश्यक है कि अवधि का सही और उचित उपयोग अत्यंत सावधानी के साथ किया जाए।
विद्यार्थी जीवन की शुरुआत पांच साल की उम्र से होती है। इस समय जिज्ञासा पनपने लगती है। ज्ञान की प्यास तेज हो जाती है। बच्चा स्कूल में प्रवेश लेकर ज्ञान प्राप्त करने के लिए तैयार हो जाता है। उसे घर में दुनिया से भी बड़ा आसमान नजर आने लगता है। नए शिक्षक, नए सहपाठी और नया वातावरण। वह समझने लगता है कि समाज क्या है और उसे समाज में कैसे रहना चाहिए। उनके ज्ञान का क्षेत्र विस्तृत है। उन्हें पाठ्यपुस्तकों का शौक है।
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