Hindi, asked by shrutisnair2005, 1 year ago

विधायिका में महिलाओं के लिए आरक्षण विधायिका को मजबूत करेगा..

IT'S MY TOPIC FOR DEBATE AS AGAINST THE MOTION ...PLEASE HELP ME

Answers

Answered by babusinghrathore7
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विधायिका में महिलाओं के लिए आरक्षण विधायिका को मजबूत करेगा के पक्ष में तर्क

>> लोकतंत्र में नागरिकों की शत प्रतिशत भागीदारी ही लोकतन्त्र को मजबूत आधार देती हैं। महिलाओं का निर्वाचन कम होना चिन्ता का विषय हैं। अतः आधी आबादी की भागीदारी सुनिश्चित करना हमारा लक्ष्य होना ही चाहिए।

>> हमारे संविधान में सामाजिक न्याय की बात कही गई हैं । महिलाओं की विधायिका में कम भागीदारी से सामाजिक न्याय का ताना बाना कैसे बुना जा सकता हैं। सामाजिक न्याय का लक्ष्य हासिल करने के लिए विधायिका में आरक्षण दिया जाना चाहिए।

>>> हमारी प्राचीन भारतीय परम्परा यत्र नार्यस्तु पूजन्ते की परम्परा पर आधारित हैं। हमें अपनी संस्कृति का सम्मान करना चाहिए और उसे अक्षुण्ण बनाए रखना चाहिए। यह परम्परा भी महिलाओं के आरक्षण का सम्मान करती हैं।

>>  महिलाओं को पुरुष प्रधान समाज में अपना हक देना हमारा कर्त्तव्य हैं। उन्हें हम आरक्षण देकर समाज की मुख्यधारा में ला रहें हैं।

>> विदेशो में भारत की अच्छी छवि बनेंगी। भारत की समानता और सामाजिक न्याय का आदर्श सभी देशो के सामने उदाहरण बनेगा।

>> महिलाओं की प्रतिभा से देश का विकास हो सकेगा। देश को नई सोच प्राप्त होगी। साथ ही नारी सशक्तिकरण होगा। समस्त समाज की देश के विकास में भागीदारी सुनिश्चित हो सकेगी।  

>> इसके विपक्ष में जो तर्क दिये जा रहे हैं वो मध्ययुगीन और बुद्धिरहित सोच हैं। आज के आधुनिक युग में उन विचारों का कोई स्थान नहीं होना चाहिए।  

इसलिए मेरा मत हैं कि विधायिका में महिलाओं को आरक्षण विधायिका को मजबूत करेगा।

Answered by bhatiamona
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Answer:

विधान सभा के विधायक पद में महिलाओं के लिए आरक्षण महिलाओं को मजबूत करेगा |

राजनीति में महिलाओं की भूमिका न के बराबर ही रही है | शायद यही कारण रहा है की महिलाओं व बच्चों का शक्ति करण आज तक नहीं हो पाया है | हमारी बनाई नीतियाँ व अधिनियम इतने प्रभावशाली नहीं रहे हैं कि महिलाओं को न्याय दिला सकें |  इसीलिए महिलाओं का राजनीति में होना अनिवार्य हो जाता है ताकि उनके योगदान से बनी नीतियाँ व अधिनियम अपराधी को कठोर से कठोर सजा दिला सकें | और किसी की महिलाओं को पीड़ित करने की हिम्मत न हो |

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