Hindi, asked by gorakhkavitake3, 2 months ago

विवेकानंद विद्यालय सोलापुर में संपन्न बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के रोचक वृत्तांत लेखन 100 शब्दों में कीजिए​

Answers

Answered by rajubirajdar1973
12

Answer:

जैसे कोई भी गाड़ी एक पहिए से नहीं चल सकती, ऐसे ही जीवन रुपी गाड़ी भी केवल पुरुषों से नहीं चल सकती है। जीवन चक्र में स्त्री और पुरुष दोनों की समान सहभागिता है। बेटियों की घटती संख्या देश के लिए चिंता का विषय है। चूकिं यह आज का बड़ा ज्वलंत विषय है, इसीलिए प्रायः इस मुद्दे पर विचार मंत्रणाएं की जाती रहती है। इसी बात को ध्यान में रखकर और इसकी गंभीरता को समझते हुए इस पर हम कुछ निबंध प्रस्तुत कर रहें हैं।हम सभी जानते हैं कि हमारा भारत देश एक कृषि प्रधान देश है और पुरुष-प्रधान देश है। यहाँ सदियों से स्त्रियों के साथ ज्यादतियां होते आई है। जब ईश्वर होकर माता सीता इस कुप्रथा से नहीं बच पायी, फिर हम तो मामूली इंसान है, हमारी क्या औकात।

Similar questions