विवेकानंद विद्यालय सोलापुर में संपन्न बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के रोचक वृत्तांत लेखन 100 शब्दों में कीजिए
Answers
Answered by
12
Answer:
जैसे कोई भी गाड़ी एक पहिए से नहीं चल सकती, ऐसे ही जीवन रुपी गाड़ी भी केवल पुरुषों से नहीं चल सकती है। जीवन चक्र में स्त्री और पुरुष दोनों की समान सहभागिता है। बेटियों की घटती संख्या देश के लिए चिंता का विषय है। चूकिं यह आज का बड़ा ज्वलंत विषय है, इसीलिए प्रायः इस मुद्दे पर विचार मंत्रणाएं की जाती रहती है। इसी बात को ध्यान में रखकर और इसकी गंभीरता को समझते हुए इस पर हम कुछ निबंध प्रस्तुत कर रहें हैं।हम सभी जानते हैं कि हमारा भारत देश एक कृषि प्रधान देश है और पुरुष-प्रधान देश है। यहाँ सदियों से स्त्रियों के साथ ज्यादतियां होते आई है। जब ईश्वर होकर माता सीता इस कुप्रथा से नहीं बच पायी, फिर हम तो मामूली इंसान है, हमारी क्या औकात।
Similar questions
Accountancy,
1 month ago
Computer Science,
1 month ago
Math,
1 month ago
Math,
3 months ago
Math,
10 months ago
English,
10 months ago
Math,
10 months ago