Hindi, asked by Lavatory04689, 8 months ago

व्यवहारवादी शोध के प्रति असन्तोष किस प्रकार उत्तर व्यवहारवादी क्रान्ति के उदय का कारण बना? बताइए।

Answers

Answered by Anonymous
3

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उत्तर व्यवहारवाद एक प्रकार से व्यवहारवाद के प्रति असन्तोष का परिणाम है। व्यवहारवादी शोध में मूल्यों की उपेक्षा की जाती है तथा तथ्यों पर ही बल दिया जाता है। व्यवहारवाद में मूल्यों के अध्ययन को वैज्ञानिकता की दुर्बलता माना गया है तथा तथ्य प्रधान अध्ययन को विज्ञान का पर्याय माना गया है जबकि उत्तर व्यवहारवाद में तथ्यों और मूल्यों दोनों को ही व्यक्ति के सन्दर्भ में प्रासंगिक व उपयोगी माना गया है। अतः इनमें अन्तर करना कृत्रिम है। राजनीति विज्ञान को सही अर्थों में राजनीतिक एवं वैज्ञानिक दोनों ही रूपों में जीवन्त होना चाहिए। अत: राजनीति विज्ञान के अध्ययन में मूल्यों को अस्वीकार नहीं किया जा सकता।

Answered by itzsakshii
2

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उत्तर व्यवहारवाद एक प्रकार से व्यवहारवाद के प्रति असन्तोष का परिणाम है। व्यवहारवादी शोध में मूल्यों की उपेक्षा की जाती है तथा तथ्यों पर ही बल दिया जाता है। व्यवहारवाद में मूल्यों के अध्ययन को वैज्ञानिकता की दुर्बलता माना गया है तथा तथ्य प्रधान अध्ययन को विज्ञान का पर्याय माना गया है जबकि उत्तर व्यवहारवाद में तथ्यों और मूल्यों दोनों को ही व्यक्ति के सन्दर्भ में प्रासंगिक व उपयोगी माना गया है।

अतः इनमें अन्तर करना कृत्रिम है। राजनीति विज्ञान को सही अर्थों में राजनीतिक एवं वैज्ञानिक दोनों ही रूपों में जीवन्त होना चाहिए। अत: राजनीति विज्ञान के अध्ययन में मूल्यों को अस्वीकार नहीं किया जा सकता।

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