वह सपना मे कभी न भुलूगा paragraph writing in hindi
Answers
आज से सात वर्ष पहले मेरी दीदी की मृत्यु हुई थी और तब से लेकर अब तक मेरे माता-पिता उनको भूल नहीं पाए हैं और न ही मैं भूल पाई हूं क्योंकि यह भूलने वाली बात ही नहीं है।
१ मार्च को उनकी बरसी गई उस दिन भोर में वह मेरे सपने में आई और कहने लगी तुम सब मुझे भूल क्यों नहीं रहे। तुम लोगों के कारण मैं आज भी माया के बंधन से मुक्त नहीं हो पा रही।
मैं दीदी से बहुत लड़ती थी। मां मुझे अंग्रेजी मिडियम में भेजती थी पढ़ने क्योंकि मैं छोटी थी और दीदी स्टेट स्कूल में पढ़ती थी इसलिए मुझे लगता था कि मां मुझसे बहुत प्यार करती है। मगर दीदी ने सपने में बताया की तुम अच्छे से पढ़ो मां-पापा के साथ हमेशा रहो मेरा सपना था कि तुम को अंग्रेजी में बोलते हुए देखूं, तरक्की करते हुए देखूं। तुम मेमसाब बनो यह चाहती थी।
मगर मेरी मृत्यु हो गई और मैं दूर से देख रही।
जब तक तुम सफल नहीं होगी मैं माया के बंधन से मुक्त नहीं होंगी। उस सपने से मुझे पता चला कि कितनी बेवकूफ थी मैं दीदी से लड़ती थी मैं।
यह सपना कभी नहीं भूलूंगी मैं।
it's real story of my life.Love u didi
आज से सात वर्ष पहले मेरी दीदी की मृत्यु हुई थी और तब से लेकर अब तक मेरे माता-पिता उनको भूल नहीं पाए हैं और न ही मैं भूल पाई हूं क्योंकि यह भूलने वाली बात ही नहीं है।
१ मार्च को उनकी बरसी गई उस दिन भोर में वह मेरे सपने में आई और कहने लगी तुम सब मुझे भूल क्यों नहीं रहे। तुम लोगों के कारण मैं आज भी माया के बंधन से मुक्त नहीं हो पा रही।
मैं दीदी से बहुत लड़ती थी। मां मुझे अंग्रेजी मिडियम में भेजती थी पढ़ने क्योंकि मैं छोटी थी और दीदी स्टेट स्कूल में पढ़ती थी इसलिए मुझे लगता था कि मां मुझसे बहुत प्यार करती है। मगर दीदी ने सपने में बताया की तुम अच्छे से पढ़ो मां-पापा के साथ हमेशा रहो मेरा सपना था कि तुम को अंग्रेजी में बोलते हुए देखूं, तरक्की करते हुए देखूं। तुम मेमसाब बनो यह चाहती थी।
मगर मेरी मृत्यु हो गई और मैं दूर से देख रही।
जब तक तुम सफल नहीं होगी मैं माया के बंधन से मुक्त नहीं होंगी। उस सपने से मुझे पता चला कि कितनी बेवकूफ थी मैं दीदी से लड़ती थी मैं।
यह सपना कभी नहीं भूलूंगी मैं।
it's real story of my life.Love u didi