Hindi, asked by RanjanVerma37688, 2 months ago

वह तोड़ती पत्थर कविता में समाज के स्वरूप का सजीव चित्रण प्रस्तुत किया गया है क्या यह आज का समाज का यथार्थ सत्य है अपना मत व्यक्त कीजिए आंसर​

Answers

Answered by ritik7476
2

Answer:

उत्तर- सूर्यकांत त्रिपाठी जी इारा रचित ' वह तोड़ती पत्थर ' कविता आज के समय का सजीव चित्रण करती है। इस कविता में यथार्थ सत्य है की बात भी बिल्कुल सही है। कविता में बताया गया कि हमारे समाज में दो तरह के लोग रहते हैं- शोषक और शापित। कवि की सहानुभूति शोषित वर्ग के लोगों के साथ है।

Explanation:

like kar do please ❤️❤️

Similar questions