वनों की कहानी उन्हीं की जुबानी
Answers
Answered by
1
Answer:
एक दिन दूर कहीं जंगल में धुँआ उठता दिखाई दिया फिर आग की लपटें दिखाई दी, डर के मारे हम सभी का बुरा हाल हुआ जा रहा था। देखते-देखते आग हमारे निकट पहुँच गई थी। तेज हवा चल रही थी, मानो उसको हम पर तरस आ रहा था और वह आग को बुझाना चाहती थी पर हवा से क्या आग बुझती है? वह और तेज हो गई। इतने में इन्द्र देव की कृपा हुई और बादल बरस पड़े। आग मुझ तक पहुँचती कि वह बुझ गई। और मैं मौत के मुँह से बच गया। किन्तु इस बार भी बहुत सारे पेड़-पौधे जले। मानो जंगल में महामारी फैल गई हो। छोटे पेड़-पौधे तो लगभग सभी जल गये थे। कुछ बड़े पेड़ बच गये थे वो भी बुरी तरह झुलस गये थे। जैसे-तैसे जंगल अग्निदाह से उबर पाया, वर्षा से उनमें नई जान आ गई। कुछ दिनों बाद जंगल हरा-भरा दिखने लगा।
Similar questions