वरील निवेदन वाचून ग्लोबल वॉर्मिग या विषयावर गुरुजी व विद्यार्थांचे घडलेला संवाद लिहा.. plz help!!!
Answers
आशीष: "ग्लोबल वार्मिंग क्यों होती है?"
अतुल: "ग्लोबल वार्मिंग के अनेक कारण हैं। कार्बन डाइऑक्साइड, मीथेन, क्लूरोफ्लुरो कार्बन, नाइट्रस ऑक्साइड्स आदि धरती को चारों ओर से घेरे रहती हैं। सूरज की गर्म किरणें इनके अंदर प्रवेश कर सकती हैं पर वापस धरती से बाहर नहीं जा पाती हैं। इसलिए सूरज की गरमाई धरती के करीब रहती है और धरती का तापमान बढ़ जाता है।"
अभिषेक: "वैज्ञानिकों का कहना है कि 2050 तक धरती का तापमान 4° to 5°C और ज्यादा हो जायेगा। पिछली पांच शताब्दियों में धरती का तापमान 1°C बढ़ा है। उसमें से आधे से ज्यादा वार्मिंग बीसवीं शताब्दी में हुई है। इस प्रकार ग्लोबल वार्मिंग में बहुत तेज़ी से वृद्धि हो रही है।"
अतुल: "ग्लोबल वार्मिंग के कारण धरती के अनेक भागों पर बुरा असर होता है। उसके कारण समुद्र का स्तर ऊँचा हो जाता है जिसकी वजह से नीचे टापू पानी से ढक जाते हैं। इससे अनेक पशुओं, पौधों और लोगों को परेशानी होती है।"
अभिषेक: "ग्लोबल वार्मिंग के कारण जंगलों में आग लग जाती है और जंगल नष्ट हो जाते हैं।"
आशीष: "क्या इसे रोकने के लिए कुछ किया जा रहा है?"
अतुल: "हाँ इसे रोकने के लिए राष्ट्रिय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रयास करे जा रहे हैं।