Hindi, asked by Pratyasha1400, 11 months ago

वर्ष पर नन्हीसी कवितावों का संग्रहण कीजिये|

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Answered by KomalaLakshmi
5

वर्षा बहार सबके मन को लुभा रही है ।

उमड़-घुमड़ कर काले बदरा छा रहे है ।

ठंडी-ठंडी हवा चल रही मन को भा रही है ।

बागों में लताओं पर फूल खिल रहे है ।

कल कल करती नदियां, इठलाती हुई बह रही है ।

मानो कोई नया संगीत सुना रही है ।।

बागों में फूल खिल रहे, सुगंध मन को भा रही है ।

सावन में झूले पर झूल रही है बिटिया ।। नरेंद्र वर्मा|

वर्षा आई बहार आयी,

प्रकृति ने अपनी कृपा बरसाई ।

पेड़ पौधों में हरे भरे रंगों में रंग कर अपनी खुशी दर्शाई ।।

वर्षा आई बहार आयी,

किसानों के लिए लहराती फसल का संकेत लाई ।

प्रेमियों के मन में प्रेम की ज्योत जलाई ।।

वर्षा आई बहार आयी,

मन आनंद से झूम उठा ।

वह प्रफुल्लित हो कर खुशियों से फूल उठा ।।विष्णु

 

वर्षा आई बहार आयी,

प्रकृति ने अपनी कृपा बरसाई ।

पेड़ पौधों में हरे भरे रंगों में रंग कर अपनी खुशी दर्शाई ।।

वर्षा आई बहार आयी,

किसानों के लिए लहराती फसल का संकेत लाई ।

प्रेमियों के मन में प्रेम की ज्योत जलाई ।।

वर्षा आई बहार आयी,

मन आनंद से झूम उठा ।

वह प्रफुल्लित हो कर खुशियों से फूल उठा ।।दीनदयाल शर्मा|


Answered by brainlystargirl
4
Heya....

Kindly refer to above attachment....

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