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Answer:
वोंट
संज्ञा पुं० [सं० वोण्ट] डंठल। वृंत [को०]।
⋙ वोंतिस †
वि० [सं० ऊनत्रिंश, प्रा० ओणतिस] दे० 'उनतिस' और 'ओनतिस'।—इंद्रा०, पृ० १६१।
⋙ वो
सर्व० [हिं०] दे० 'वह'। उ०—वो प्रभु अविगत अविनासी। दास कहाय प्रगट भे वासी।—कबीर सा०, पृ० ४०१।
⋙ बोइल †
संज्ञा पुं० [देश०] जमानत। जामिन। दे० 'ओल'। उ०— तुम प्रभु दीनदयाल रघुपति वोइल दिवाइय।—कबीर सा०, पृ० १९०।
⋙ वोई पु †
सर्व० [हिं० वह + ही]दे० 'वही'। उ०—फली वो बदी याँ वो तेरी अथी। हुआ वोई च हासिल जो पेरी अथी।— दक्खिनी०, पृ० ९०।
⋙ वोक † (१)
संज्ञा पुं० [सं० वर्कर, हिं० बकरा, बोकरा] बकरा। बोक। उ०—वोक निलज्ज चरत नित डोलै। बकरी संग कामरन बोलैं।—सुंदर० ग्रं०, भा० १, पृ० ३३४।
⋙ वोक पु (२)
संज्ञा पुं० [सं० ओकस्-ओक] निवास। घर। ओक।
⋙ वोक्काण
संज्ञा पुं० [सं०] १. बृहत्संहिता के अनुसार एक देश का नाम। २. इस देश का निवासी। ३. इस देश का अश्व। ४. दे० 'बोक्काण'।
⋙ वोछा पु †
वि० [देश०] हलका। साधारण। दे० 'ओछा'।
⋙ वोज पु
संज्ञा पुं० [देश०]दे० 'बोज'। अश्वविशेष। उ०—लीले लक्खी लक्ख वोज बादामी चीनी।—सुजान०, पृ० ८।
⋙ वोट (१)
संज्ञा पुं० [अं०] वह संमति जो किसी सार्वजनिक पद पर किसी को निर्वाचित करने या न करने, अथवा सर्वसाधारण से संबंध रखनेवाले किसी नियम या कानून आदि के निर्धारित होने या न होने आदि के विषय में प्रकट की जाती है। किसी सार्वजनिक कार्य आदि के होने या न होने आदि के संबंध में दी हुई अलग अलग राय। छंद। विशेष—आजकल सभा समितियों में निर्वाचन के संबंध में या और किसी विषय में सभासदों अथवा उपस्थित लोगों की संमतियाँ ली जाती हैं। यह संमति या तो हाथ उठाकर या खड़े होकर या कागज आदि पर लिखकर प्रकट की जाती है। इसी संमति को वोट कहते हैं। आजकल प्रायः म्युनिसिपल और डिस्ट्रिक्ट बोर्डों तथा काउंसिलों (प्रांतीय विधानसभा, लोकसभा) आदि के चुनाव में कुछ विशिष्ट अधिकारप्राप्त लोगों से वोट लिया जाता है। भारतवर्ष में प्राचीन बौद्धकाल में और उसके पहले भी इससे मिलती जुलती संमति देने की प्रथा थी, जिसे छंदस् या छंद कहते थे। क्रि० प्र०—देना।—माँगना।
⋙ वोट (२)
संज्ञा स्त्री० [हिं० ओट] १. ओट। आड़। उ०—इक पट वोट वोरि सुख कीजै। आवहु वलि छिन छिन छबि छीजै।—नंद० ग्रं०, पृ० १६५। २. ओट करने का पट। दुपट्टा। चादर वा चूनरी आदि का वह अंश जिससे ओट या घूँघट किया जाता है। उ०—पहिरैं कनक कड़ा औ बागा। वोट गै पाट उपर मनि लागा।—इंद्रा०, पृ० ११४।
⋙ वोट आफ सेंसर
संज्ञा पुं० [अं०] निंदा का प्रस्ताव। निंदात्मक प्रस्ताव। जैसे,—परिषद् ने बहुमत से सरकार से विरुद्ध वोट आफ सेंसर पास किया।
⋙ वोटना पु †
क्रि० स० [हिं० ओट + करना] आड़ करना। उ०—इक पट वोट वटि सुख कीजै। आवहु बलि छिन छिन छबि छीजै।—नंद० ग्रं०, पृ० १६५।
⋙ वोटर
संज्ञा पुं० [अं०] वह जिसे वोट या संमति देने का अधिकार प्राप्त हो। वोट या संमति देनेवाला। यौ०—वोटर लिस्ट।
⋙ वोटर लिस्ट
संज्ञा स्त्री० [अं० वोटर + लिस्ट] वह सूची जिससे किसी विषय में वोट देने के अधिकारियों के नाम और पते आदि लिखे रहते हैं। वोट देनेवालों की सूची।
⋙ वोटा
संज्ञा स्त्री० [सं०] दासी। मजदुरनी। दाई। पोटा।
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