varsh rithu me man pulakith karnevala drushyom ka varnan kijiye
Answers
Answered by
1
वर्षा ऋतु में प्रकृति सचमुच खिल उठती है। अनेक प्रकार के जीव न जाने कहां से प्रकट होने लगते हैं--घोंघे, मेंढ़क, टर्र, अनगिनत कीड़े-मकोड़े, जलपक्षी, कुकुरमुत्ते और तरह-तरह के पौधे। पृथ्वी जैसे मखमली हरी चादर ओढ़ लेती है। वर्षा ऋतु अनेक जीव-जंतुओं के लिए संतानोत्पत्ति का भी समय होता है। छिपकलियां (घरेलू एवं बाग-बगीचों में रहनेवाली छिपकलियां) इसी समय अंडे देती हैं। बत्तख, हंस, सारस, बगुले, बलाक आदि अनेक प्रकार के जलपक्षी भी वर्षाकाल में ही प्रजनन करते हैं। अपने तेजी से बढ़ते चूजों के लिए वर्षाकाल के सिवा किसी अन्य समय में पर्याप्त भोजन जुटा पाना जलपक्षियों के लिए असंभव होता है। हिरण, मृग, खरगोश आदि तृणभक्षी प्राणियों के लिए वर्षा ऋतु घास और स्वादिष्ट हरी झाड़ियों की दावत ही पेश कर देता है। मांसाहारी प्राणी भी उनका आहार बननेवाले तृणभक्षियों की बढ़ती संख्या से प्रसन्न रहते हैं।
sreyaammu:
tq smuch
Similar questions