Science, asked by devanshi2289, 1 year ago

वस्त्रों का चुनाव"" विषय पर निबन्ध लिखिए।

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Answered by Anonymous
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hii

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Explanation:

व्यक्ति के बाहरी व्यक्तित्व के निर्माण एवं विकास में वस्त्रों का विशेष योगदान रहता है। व्यक्ति यदि सुन्दर एवं अच्छे सिले हुए वस्त्र धारण करता है तो उसका व्यक्तित्व भी आकर्षक प्रतीत होने लगता है। इसके विपरीत, बेमेल एवं अस्त-व्यस्त वस्त्र धारण करने से व्यक्ति का व्यक्तित्व विघटित एवं असामान्य प्रतीत होने लगता है, अत: स्पष्ट है कि व्यक्ति के जीवन में वस्त्रों का विशेष महत्त्व है। व्यक्ति को खरीदते समय वस्त्रों का चयन सोच – समझकर करना चाहिए। सामान्यतः वस्त्रों का चयन निम्नलिखित बिन्दुओं को ध्यान में रखकर करना चाहिए –

1. व्यक्तित्व:

वस्त्रों का चयन करते समय प्रत्येक व्यक्ति को रंग, कद, आकार, शारीरिक गठन आदि का विशेष ध्यान रखना चाहिए। एक लम्बे कद वाली महिला खड़ी रेखाओं वाली, बड़े-बड़े फूलों वाली एवं बड़े प्रिन्ट वाली साड़ी धारण कर सकती है, जबकि छोटे कद एवं भारी शरीर वाली महिला को चाहिए कि वह बिल्कुल छोटा चैक अथवा प्रिन्ट वाले वस्त्र धारण करे। इसी प्रकार पुरुषों को भी अपने कद के अनुसार ही वस्त्रों का चुनाव करना चाहिए।

2. आयु एवं लिंग:

वस्त्रों का चुनाव करते समय सम्बन्धित व्यक्ति की आयु को ध्यान में रखना आवश्यक है। भिन्न-भिन्न आयु-वर्ग के लिए विभिन्न प्रकार के वस्त्र उपयुक्त समझे जाते हैं। बच्चों के लिए सदैव चमकीले एवं भड़कीले रंगों वाले वस्त्र लेने चाहिए। बच्चे ऐसे रंग के वस्त्र पहनकर प्रसन्न होते हैं। छोटे बच्चों के लिए सामान्य रूप से नर्म एवं मुलायम वस्त्र ही खरीदने चाहिए।

बच्चों को टेरीलीन आदि के कृत्रिम कपड़े नहीं पहनाने चाहिए। बच्चों को ऐसे वस्त्र पहनाने चाहिए जिनमें हवा आ-जा सके। वयस्क लोगों को सादे कपड़े पहनने चाहिए। ऐसे व्यक्तियों को चमकीले एवं भड़कीले वस्त्र नहीं पहनने चाहिए। वयस्क पुरुषों के लिए सफेद, स्लेटी, क्रीम तथा बादामी आदि हल्के रंग उत्तम रहते हैं। अत्यधिक वृद्ध व्यक्तियों के लिए केवल सफेद वस्त्र ही उत्तम प्रतीत होते हैं।

3. जलवायु एवं मौसम:

वस्त्रों का चुनाव करते समय जलवायु तथा मौसम का विशेष ध्यान रखना चाहिए। ठण्डे । प्रदेशों में रहने वाले लोगों के लिए गर्म एवं ऊनी वस्त्रों की अधिक आवश्यकता होती है, जबकि गर्म प्रदेशों में रहने वाले लोगों के लिए सूती एवं लिनेन जैसे ठण्डे वस्त्रों का चयन अधिक सुविधाजनक होता है। इसी प्रकार भिन्न-भिन्न मौसम में भिन्न – भिन्न प्रकार के वस्त्र ही लुभाते हैं। सामान्य रूप से गर्मी के मौसम में हल्के अथवा सफेद रंग के वस्त्र अच्छे लगते हैं। इन वस्त्रों में गर्मी भी कम लगती है। गर्मी में गहरे एवं चमकीले रंग के कपड़े आँखों को शान्ति नहीं प्रदान करते हैं। सर्दियों में सामान्य रूप से गर्म एवं गहरे रंग के ऊनी वस्त्र ही पहने जाते हैं।

4. व्यवसाय:

प्रत्येक व्यक्ति के व्यवसाय की पहचान उसके वस्त्रों द्वारा होती है। एक डॉक्टर की पहचान उसके सफेद कोट द्वारा एवं एक वकील की पहचान उसके काले कोट द्वारा होती है। फैक्ट्री अथवा वर्कशॉप में कार्य करने वाले व्यक्तियों को कार्य की प्रकृति के अनुरूप अपनी वेशभूषा निर्धारित करनी पड़ती है। प्रायः इस अवसर पर वे चुस्त पैंट-कमीज ही पहनना चाहते हैं। महिलाओं को भी अपने व्यावसायिक कार्यकाल में सौम्य वेशभूषा धारण करनी चाहिए। इसी प्रकार एक मैनेजर एवं ऑफिसर की औपचारिक पोशाक शर्ट, पैन्ट एवं टाई होती है। सेना, पुलिस एवं यातायात पुलिस की पहचान उसकी वेशभूषा के आधार पर होती है।

5. अवसर:

वस्त्रों का चुनाव अवसर के अनुकूल करना चाहिए। सामान्य रूप से विभिन्न खुशी के अवसरों पर मित्रजनों को रात्रिभोज पर आमन्त्रित करने पर विशिष्ट प्रकार की वेशभूषा धारण की जा सकती है। इस अवसर पर ऐसी वेशभूषा धारण की जानी चाहिए जो दिखने में सुन्दर एवं आकर्षक हो। ऐसे अवसरों पर समुचित वेशभूषा का प्रदर्शन भी किया जा सकता है। रात्रिभोज के अवसर पर साटन तथा वेलवेट के वस्त्र धारण किये जा सकते हैं। इसी प्रकार त्योहार के अवसर पर रंग-बिरंगे, भड़कीले एवं महिलाओं द्वारा लहँगा, ओढ़नी, गरारा, शरारा आदि का चयन किया जा सकता है। दुःख या शोक के समय सफेद एवं हल्के रंग के वस्त्रों का एवं खुशी के समय भड़कीले एवं गहरे रंग के वस्त्रों का चयन करना चाहिए।

6. फैशन:

वस्त्रों का चयन फैशन के अनुकूल होना चाहिए। फैशन का सबसे अधिक प्रभाव किशोर-किशोरियों में देखने को मिलता है; जैसे-भूरे अथवा हरे रंग का फैशन आने पर सभी लोग उस ही रंग का अधिक उपयोग करने लगते हैं। घड़ी की सुई की तरह फैशन भी समयानुसार बदलते रहते हैं; जैसे-बाजार में ‘जीन्स’ का फैशन आने पर अधिकतर लोग जीन्स खरीदते हैं। कुछ समय पश्चात् जीन्स छोड़कर, बेलबाटम का फैशन आ जाता है। फैशन अपनाते समय यह भी ध्यान रखना चाहिए कि वस्त्र के डिजाइन एवं रंग के व्यक्ति के व्यक्तित्व को निखारते हैं अथवा नहीं।

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