Vedic Bhasha Se Hindi tak ki yatra Mein mukhya Padav kaun kaun se hai
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Answer:
वैदिक भाषा में हिंदी व्याकरण स्वरो के ह्रस्व और दीर्घ उच्चारण के साथ ही प्लुत उच्चारण भी होता है| अतिरिक्त कुछ और भी ग्रंथ हैं जिनका सम्बन्ध ध्वनि, विज्ञान, व्याकरण, छन्द और नक्षत्रविद्या से है। लौकिक साहित्य की भाषा तथा वैदिक साहित्य की भाषा में भी अन्तर पाया जाता है। वैदिक भाषा है जो हमें आज 'ऋग्वेद' आदी में प्राप्त होती है| हिंदी संवैधानिक रूप से भारत की प्रथम राजभाषा और भारत की सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाली भाषा है। दुनिया में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है हिंदी।
Answer:
वैदिक भाषा से हिंदी तक की यात्रा में मुख्य पड़ाव कौन-कौन-से हैं ?
Explanation:
वैदिक भाषा संस्कृत से वर्तमान हिंदी तक भाषा की विकास यात्रा में चार मुख्य पड़ाव आए वैदिक भाषा के पश्चात लौकिक संस्कृत भाषा का एक रूप बना जो सामान्य लोगों द्वारा बोलचाल में प्रयुक्त संस्कृत हुआ करते थे संस्कृत के पश्चात पाली भाषा का विकास हुआ पाली से प्राकृत प्राकृत अपभ्रंश और अपभ्रंश से हिंदी भाषा का विकास हुआ