Vidyaley main ayojit hone vali vad vivad pratiyogita ke liye ek soochna lagbhag 30 shabdo main sahayak club ke sachiv ki aur se vidyaley soochna
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माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने एनबीसीसी को नोएडा-ग्रेटर नोएडा में आम्रपाली की 3 अन्य रुकी हुई परियोजनाओं के निष्पादन के लिए निविदाएं मँगाने के लिए आगे की कार्रवाई करने हेतु कहते हुए 9 अप्रैल, 2020 को लर्निड कोर्ट रिसीवर, श्री आर. वेंकटरमनी की अध्यक्षता में समिति गठित की। ये परियोजनाएँ हैं लीज़र पार्क फेज 1और2, लीज़र पार्क- रिवर व्यू और स्मार्ट सिटी में किंग्सवुड, इन सभी में 4489 इकाइयाँ शामिल हैं, जिनका मूल्य 1046 करोड़ रुपये है।
इससे पहले 18 और 20 मार्च, 2020 को, लर्निड कोर्ट रिसीवर ने एनबीसीसी को समय पर निधि जारी करने का आश्वासन देते हुए आम्रपाली नोएडा-ग्रेटर नोएडा की 9 परियोजनाओं की टेंडरिंग और निष्पादन के लिए सहमति दी थी। इन परियोजनाओं में ग्रेटर नोएडा में 08 परियोजनाएं अर्थात् लीज़र वैली विला, वेरोना, आदर्श आवास योजना, गोल्फ होम्स, ड्रीम वैली फेज 1 विला और फेज 2, एनचांट, सेन्चुरियन में टेरेस होम्स और ट्रॉपिकल गार्डन और नोएडा में सिलिकॉन में 01 परियोजना क्रिस्टल होम्स शामिल हैं, इनमें कुल 27223 घर हैं और इसकी लागत 5769 करोड़ रुपये है। यह उल्लेखनीय है कि एनबीसीसी ने 07 परियोजनाओं अर्थात् गोल्फ होम्स, सेंचुरियन पार्क, लीज़र वैली विला, क्रिस्टल होम्स, ड्रीम वैली फेज-1 (विला), ड्रीम वैली एनचांट और लीज़र वैली- आदर्श आवास योजना के लिए निविदाएं मँगाने के साथ लॉकडाउन अवधि के दौरान भी इन सभी परियोजनाओं के लिए निविदा की प्रक्रिया को आरंभ कर दिया है। आगे की परियोजनाओं के लिए निविदाएं मँगाने की प्रक्रिया में हैं और लॉकडाउन खुलने या न खुलने के बावजूद शीघ्र ही आमंत्रित की जाएँगी।
इसके अतिरिक्त, नोएडा-ग्रेटर नोएडा में आम्रपाली की 3 और रुकी हुई परियोजनाओं (7 नोएडा और 1 ग्रेटर नोएडा में) के निष्पादन कार्य के लिए इससे पहले टेंडर किया जा चुका और इसे सौंपा जा चुका है, कुल 12169 इकाइयों और 634 करोड़ रुपये लागत वाली इस परियोजना को कंपनी द्वारा आरंभ किया गया है और इसे अन्य 12-24 महीनों में चरणों में पूरा किया निर्धारित किया जाना है।
उल्लेखनीय है कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने लगभग एक वर्ष पहले एनबीसीसी को नोएडा में 2 रुकी हुई परियोजनाओं ईडन पार्क और ग्रेटर नोएडा में कैसल को 2 को निष्पादित करने के लिए कहा था, जिसमें 618 घर शामिल हैं, जिन्हें एनबीसीसी ने पहले ही पूरा कर लिया है और सौंप दिया है। इस प्रकार आम्रपाली परियोजना में लगभग 46500 घरों में से कुल 44500 घरों (पहले ही पूर्ण हो चुके 618 घर सहित) के निर्माण के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है, जिससे तनावग्रस्त घर खरीदारों को बड़ी राहत मिली है। घर खरीदारों के संकट को हल करने की समस्या पर तेजी से कार्य करते हुए, माननीय सर्वोच्च न्यायालय की ओर से लर्निड कोर्ट रिसीवर ने प्रभावित घर खरीदारों को आवासीय परियोजनाओं की सफल समाप्ति के लिए माननीय न्यायालय द्वारा प्रदान किए गए विनिर्दिष्ट बैंक खाते में अपने सभी लंबित भुगतानों को तुरंत जमा करने के लिए कहा है।