Vigyan prayog me jar Tut Jane Ke Karan Maaf karne ke liye Apne Vidyalaya ke pradhanacharya ko Patra likhiye likhiye
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Answer: सेवा में,
प्रधानाचार्य,
महर्षि विद्यालय,
आदर्शमती नगर ,
लखनऊ
दिनांक- 27फरवरी 2019
माननीय महोदय,
नम्र निवेदन है कि मैं आपके विद्यालय की कक्षा दसवीं (ब) का छात्र रणजीत सिंह हूं | कल दिनांक 26/02/19/ को हमारी प्रयोगशाला में विज्ञान के कालांश में विज्ञान के प्रयोग के दौरान मेरे हाथ से कांच का जार टूट गया था । ईश्वर की कृपा रही कि किसी को चोट नहीं आई | तदर्थ मैं क्षमाप्रार्थी हूँ | मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूँ कि भविष्य में मैं सावधानीपूर्वक कार्य करूँगा | इस हेतु अन्य कोई औपचारिकता पूरी करनी हो तो मुझे अवश्य सूचित करें | मै तुरंत हाजिर हो जाऊंगा |
सधन्यवाद
आपका आज्ञाकारी छात्र
रणजीत सिंह
कक्षा दसवीं (ब)
दिनांक- 27फरवरी 2019
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