Hindi, asked by Sugam018388, 1 year ago

Vigyapan se ghira hamara jivan pe ek niband

Answers

Answered by Sushmita611
1
विज्ञापन का मानव जीवन पर प्रभाव – इन विज्ञापनों का प्रभाव  बहुत ज्यादा पडता है. चाहे वो शराब का हो, पान बहार का हो चाहे उसे जेम्स बॉंड कर रहे हों या शाहरुख या अजय देवगण हमारी जिंदगी पर बहुत असर डालते हैं …

विज्ञापन का मानव जीवन पर प्रभाव

जेम्स बॉंड 007 जब पान बहार के विज्ञापन में आए तो ट्वीटर पर मजाक उडाने वालो की बहार ही आ गई… बेशक चाहे बॉलीवुड का हीरो हो या हॉलीवुड का सेहत से खिलवाड करने वाले विज्ञापन किसी को भी नही करने चाहिए पर जो विज्ञापन अच्छा लगे उसकी सराहना भी जरुर करनी चाहिए.

 

आज अचानक एक विज्ञापन ने ध्यान आकर्षित किया विज्ञापन था एक बहुत बूढा व्यक्ति फोन पर अपने बेटे से बात किए जा रहा है और उसे आने का भी कह रहे हैं बाद में जब सीन पूरा दिखाते हैं तो फोन की तार कटी हुई होती है … यानि बिना कनेक्शन वो बात कर रहे हैं अनायास ही दिल भर आया.. क्योकि बेहद खूबसूरत विज्ञापन था वही एक अन्य विज्ञापन भी बहुत अच्छा लगा उसमे बस यही दिखाया है

ऑनलाईन products के बारे में एक लडकी बात रही है .. इतने सारे… इतने सारे…. इतने सारे … कमाल की सोच है विज्ञापन बनाने वालों की… वैसे आपको कौन सा विज्ञापन पसंद है ??

चाहे पेटीएम  का हो … ऐसे न जाने कितने विज्ञापन हैं मनोंरजक पत तो बात सही है पर जब सेहत से खिलवाड हो तो सोचने की बात हो जाती है …

आज नेट पर फिर एक खबर ने हैरान कर दिया… खबर है हाल ही में  जेम्स बॉंड साहब ने एक विज्ञापन किया था पान बहार का … उसे बैन कर दिया गया है ।सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन के चेयरमैन पहलाज निहलानी ने सभी राष्ट्रीय और सैटलाइट टेलिविजन पर इसे बैन कर दिया है शायद इसलिए कि सोशल मीडिया पर इसका मजाक बनाते हुए टविटरों की बाढ़ सी आई गई थी। इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक पहलाज निहलानी ने कहा कि सभी पान मसाला, तंबाकू और शराब के विज्ञापनों पर पहले से ही प्रतिबंध है। सभी पान मसाला के ऐड्स सरकार ने बैन कर रखे हैं।(अरे !! )
इसके पहले पान बहार ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए अपने बयान में कहा था कि पीयर्स ब्रॉसनन ने जिस प्रॉडक्ट का ऐड किया, वह माउथ फ्रेशनर है न कि तंबाकू। लोगों में जागरुकता की कमी है। ब्रॉसनन ने जो ऐड किया वो पान मसाला (माउथ फ्रेशनर) है जिसमें तंबाकू नहीं होता…
सोच इस बात की है कि अगर तंम्बाकू नही है तो बैन किसलिए हुआ ( टविटर पर मजाक उडाने की वजह से तो नही हुआ होगा ) और अगर इस तरह के प्रॉडक्ट बैन ही हैं तो तरह तरह के पान मसाले के विज्ञापन टीवी पर भरपूर मात्रा में दिखाए किसलिए जाते है …


Sugam018388: Thank you very much
Sushmita611: your welcome
Similar questions