What happens when a man reaches his last stage?
जब मनुष्य अपने जीवन की अंतिम अवस्था में पहुँचता है तो क्या होता है?
Answers
Answer:
HE BECOMES ILL ,OLD ,NO ABILITY TO DO ANY WORK THAT ONE CAN DO
IF I'M WRONG THEN PLEASE CORRECT ME
जब मनुष्य अपनी अंतिम अवस्था में पहुंच जाता है, तो वह बिल्कुल अपनी जीवन की प्रारंभिक अवस्था में आ जाता है। अर्थात मनुष्य की अंतिम अवस्था उसका दूसरा बचपन बन जाती है। मनुष्य अपनी अंतिम अवस्था में पहुंचकर अपनी याददाश्त खो देता है, उसके सारे दाँत गिर चुके होते हैं। उसकी आँखें कमजोर हो गई होती हैं। उसकी जीभ पर भी कोई स्वाद महसूस नहीं होता है। उसके हाथ-पैर कमजोर हो चुके होते हैं और वह असहाय बन चुका होता है। वह दूसरों पर निर्भर हो चुका होता है। उसके पास कुछ भी नहीं रहता और शीघ्र ही इस संसार रूपी रंगमंच को छोड़कर चला जाता है।
यह प्रश्न ‘द सेवेन एजेज ऑफ मैन’ पाठ से संबंधित है।
When a man reaches his final stage, he enters his initial stage of life. That is, the final stage of man becomes his second childhood. The man reaches his last stage of life. He loses his memory. All his teeth have fallen. His eyes have become weak. No taste is felt on his tongue either. His arms and legs have become weak and he has become helpless. He is dependent on others. He has nothing left and soon leaves the stage of this world.
This question is related to the lesson 'The Seven Ages of Man'.