Write a short essay on kahani ka in hindi ramdas gaur
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श्री रामदास गौर का जन्म १८८१ में जौनपुर में हुआ था। इनकी प्रारंभिक शिक्षा जौनपुर और वाराणसी में हुई थी। १९०७ में, इन्होंने माईर सेंट्रल कॉलेज से बीयू का अध्ययन किया। फिर ये सेंट्रल हिंदू कॉलेज में रसायनों के सहायक शिक्षक हैं। १९०८ से १९१० तक, कायस्थ पाठशाला प्रयाग में रसायन शास्त्र के शिक्षक थे।
इन्होंने एमएससी द्वारा प्रयाग विश्वविद्यालय में केमिकल के डेमस्ट्रेटर भी रह चुके थे । १९१८ में आप काशी हिंदू विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थे लेकिन १९२१ में, असहयोग आंदोलन के दौरान नौकरी छोड़ दी गई।यह कांग्रेस की प्रांतीय समिति के सदस्य हैं और हिंदी साहित्य सम्मेलन की स्थायी समिति के सदस्य थे।
इन्होंने एमएससी द्वारा प्रयाग विश्वविद्यालय में केमिकल के डेमस्ट्रेटर भी रह चुके थे । १९१८ में आप काशी हिंदू विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थे लेकिन १९२१ में, असहयोग आंदोलन के दौरान नौकरी छोड़ दी गई।यह कांग्रेस की प्रांतीय समिति के सदस्य हैं और हिंदी साहित्य सम्मेलन की स्थायी समिति के सदस्य थे।
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