Hindi, asked by Anonymous, 1 year ago

Write an essay on atamwishvas ghamand aehenkar in hindi.

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Answered by Anonymous
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जंगल में तरह-तरह के पेड़-पौधे थे। बसंत ऋतु में बड़े सुहाने दिन आ गए थे। एक गुलाब के पौधे में बड़ा ही सुंदर फूल खिला। चारों ओर पेड़-पौधे उसे देख खुश हो रहे थे। देवदार के पेड़ ने गुलाब के फूल की तरफ देखकर कहा कि काश वो भी इतना सुंदर होता। पास के एक और पेड़ ने उससे कहा कि इसमें उदास नहीं होना चाहिए। सभी को सब कुछ नहीं मिलता और ऊपरी सुंदरता में तो किसी का कोई योगदान भी नहीं होता। गुलाब अपनी सुंदरता पर इतरा रहा था। उसमें घमंड से अपना सिर उठाया और दंभ से बोला कि उससे ज्यादा सुंदर कोई नहीं है। तभी सूरजमुखी अपना चमकता चेहरा उठाकर बोला कि जंगल में गुलाब की तरह कई फूल और पेड़ सुंदर है। यह सुन गुलाब तुनक कर बोला कि सबसे ज्यादा सुंदर वही है और सभी उसे देखते हैं और प्रशंसा करते हैं। उसने तुरंत कैक्टस के पौधे की तरफ नजर घुमाकर कहा कि ये कितना बदसूरत पौधा है जिसे कोई छूना तो क्या देखना भी पसंद ना करे। कैक्टस को यह सुनकर बहुत बुरा लगा। उसी समय बरगद के पेड़ ने गुलाब से कहा कि उसे सच्ची सुंदरता का ज्ञान नहीं है। और उसके भी तो कांटे हैं। घमंडी गुलाब अपने कांटो की तुलना कैक्टस के कांटों से किए जाने पर आग-बबूला हो गया। वह बोला कि बात तो उपरी तौर पर सुंदरता की है और वह सबसे ज्यादा आकर्षक है। सभी पेड़ उसके इस रवैए से नाराज थे। बरगद के पुराने पेड़ ने सभी से कहा कि ईश्वर ने जीवन का कोई भी रूप बिना मकसद के नहीं बनाया। सभी का अपना खास महत्व है। गुलाब ने अपनी जडें कैक्टस से दूर करना चाही पर असफल रहा। वह अकसर उसकी बेइज्जती करता और उसके पड़ोसी होने पर पछताता। बसंत ऋतु बीत गई और मौसम गरमाने लगा। बारिश ना होने की वजह से चारों तरफ पानी की कमी हो गई। सभी पेड़ और प्राणी मुश्किल में पड़ गए। गुलाब भी मुरझाने लगा। एक दिन उसने देखा कि चिड़ियाएं अपनी चोंच कैक्टस के पौधे के पास लाकर तरोताजा महसूस करती हैं। उसे समझ नहीं आ रहा था। उसने देवदार से पूछा क्या कैक्टस को तकलीफ नहीं होती जब पक्षी उसमें छेद कर रहे हैं। देवदार बोला कि कैक्टस के पास पानी है और वह दूसरों की मदद करने से इंकार नहीं करता। वह बोला कि चिड़ियाएं कैक्टस का पानी लाकर उसे भी दे सकती हैं। गुलाब का पौधा अपने व्यवहार और घमंडी बर्ताव के कारण शर्मिदा था। कैक्टस उसकी मदद के लिए सहर्ष तैयार था। गुलाब को यह एहसास हो गया था कि जीवन में सच्ची खुशी भीतर की सुंदरता से है और उसका महत्व बाह्य सुंदरता से कहीं अधिक है।

Anonymous: write essay not a story
Anonymous: it is an essay
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