History, asked by rupeshkumar987654321, 9 months ago

Write any four factors that led to the rise of Tantrism
21 मुगलों के अधीन स्थानीय प्रशासन के कार्यो का विश्लेषण कोजिए।
Analyze the works of the local administration under
विभिन्न भक्तिसंतों की शिक्षाओं में क्या समानताएँथों?​

Answers

Answered by jasmine7171
0

Answer:

yyyyyyyyyyyygggyhgggg

Answered by ashishraj1196
1

Explanation:

भारत के इतिहास में भक्ति आंदोलन का प्रमुख स्थान है। इस आंदोलन में हिंदू मुस्लिम सभी धर्मों के लोगों ने हिस्सा लिया। यह आंदोलन सभी देशों में फैल गया। इसकी शुरुआत दक्षिण भारत के आध्यात्मिक गुरु शंकराचार्य ने की थी जो एक महान दार्शनिक और विचारक थे। धीरे-धीरे इस आंदोलन में बहुत से लोग जुड़ने लगे।

चैतन्य महाप्रभु, जयदेव, नामदेव, तुकाराम, भी इस आंदोलन में आकर जुड़ गए। भक्ति आंदोलन की सबसे बड़ी विशेषता थी कि यह लंबे समय तक चला। इसमें समाज के हर धर्म के लोगों ने हिस्सा लिया। हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सभी लोगों ने इसमें हिस्सा लिया। निम्न से लेकर उच्च जातियों तक के लोग इस आंदोलन में शामिल हुये। यह आंदोलन भारत से फैला और दक्षिणी एशिया भारतीय उपमहाद्वीप में फैल गया।

रामानंद जी ने राम भक्ति का प्रसार किया। रामभक्ति की दो शाखाएं यहां से बनी – राम का निर्गुण रूपी शाखा और राम का अवतारी रूपी शाखा। रामानंद ने कहा की भगवान की शरण में आने के बाद जात पात छुआछूत उच्च निम्न सभी तरह का अंतर समाप्त हो जाता है। उन्होंने सभी जातियों को राम नाम लेने का उपदेश दिया। कबीरदास रामानंद जी के शिष्य थे।

भक्ति आंदोलन के प्रमुख उद्देश्यइस आंदोलन का प्रमुख लक्ष्य मूर्ति पूजा को समाप्त करना था।समाज में बढ़ती कुरीतियों को समाप्त करना, समाज सुधार करना इसका उद्देश्य था।विभिन्न जातियों के बीच भेदभाव को समाप्त करना था।  

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