write the poem on mazdoor by Pratiosh Tripathi in Hindi which he spoke in super dancer
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Explanation:
Paritosh Tripathi, who is popularly known as Mamaji of Super Dancer, was in tears after hearing the news as he shot for the reality show there. The actor-writer penned down a small poem on the iconic studio to convey his emotions towards the studio.
Paritosh shared it with TimesofIndia.com and said, "I cried my heart out when I heard the news. I shot few episodes of Super Dancer 2 there before our set caught fire. I came to limelight because of the character Mamaji that I play on Super Dancer 2 and I played it for the first time on the sets of RK Studios."
He wrote, "RK
मैं ईंट की दीवार नहीं हूँ
ना हूँ कोई सामान्य मकान ,
ख़्वाबों की ज़मीन पे रहता हूँ
ओढ़ के सितारों का आसमान
मेरे सीने में परदे से ज़्यादा कहानियाँ हैं
मेरे बदन पे सिनेमाई इश्क़ की निशानियाँ हैं
चहलक़दमी करते थे सितारे जिसपे
उदास वो लाल ग़लीचा है
यहाँ की मिट्टी से उसके नाम की खूशबू आती है
जिसे उस ‘जोकर’ ने अपने आँसुओ से सींचा है
कुछ दिनो से मेरे आस पास की इमारतें फुसफुसा रही हैं
मेरे साथ अनहोनी होने वाली है ,ऐसा बता रही हैं
मेरे बदले यहाँ इमारत ऊँची आएगी
मगर बड़ी होना कहाँ से सीख पाएगी
बदन जलने पे मरहम लगाते हैं
पराया जान के सौदा नहीं कर आते हैं
‘आग’ और ‘बरसात’ का रिश्ता टूटेगा कैसे
रंग होली का रूह पे चढ़ा है ,भला छूटेगा कैसे
चिल्लाता हूँ सूबहो शाम ,पर मेरी सुनता है कौन
मालिक ने सिखाया था ,The show must go on.....
Paritosh त्रिपाठी द
Mann पतंग दिल डोर बुक से
मुंबई
Thank you...