योग योग के मूछें संबंधों में नई नई मुस्कान भरो इस कविता में इसका तात्पर्य क्या है
Answers
Explanation:
योग बने मुस्कान हमारी
योग बने पहचान हमारी,
योग पताका फहरी सर्वत्र
योग में बसी जान हमारी।
योग दिवस आने वाला है
आओ अपना ध्येय बनायें,
सफल इसे करने के वास्ते
हम योग अभियान चलायें।
योग
——-
यदि
स्वस्थ रहना है
जीवन में
योग अपनाओ
इसे जीवन-अंग बना
निरोगी बन जाओ,
स्वस्थ शरीर में
स्वस्थ मन रहेगा
स्वस्थ विचारों का
अजस्र प्रवाह चलेगा…!
स्वयं करना
औरों को प्रेरित करना
जब सबका लक्ष्य बनेगा
तभी देश का हर जन
स्वस्थ बना
नव उपमान गढ़ेगा…!!
ब्रह्म मुहूर्त में
उठ, स्नान-ध्यान कर
सूर्य नमस्कार करने का
पक्का नियम बनायें
नित्य योग करना
अपना धर्म बनायें…!!!
स्वस्थ, निरोगी होकर
कर्म करो कुछ ऐसे
घर, समाज, देश
सभी गर्वित हो जायें…!!!!
योग स्वास्थ्य, प्रसन्नता की कुंजी है
सबको यह समझाना है
स्वस्थ नागरिक बन
हम सबको राष्ट्र निर्माण में
जुट जाना है।
————————
hope my image helps you
thanks
take care
God bless you and your family