॥ युगरत्ना ने दुनिया के नेता गण से क्या क्या पूछा था? क्यों?
Answers
संयुक्त राष्ट्र में होने वाले जलवायु परिवर्तन के सम्मेलन में भारत की तेरह वर्षीय छात्रा युगरत्ना श्रीवास्तव ने विश्व भर के नेताओं को संबोधित किया.
युगरत्ना की मांग थी कि जलवायु परिवर्तन के मसले पर अब समय आ गया है कि ठोस कदम उठाए जाएं और कोपेनहेगन में एक संधि पर सहमति बनाई जाए.
युगरत्ना ने ज़ोरदार भाषण देकर विश्व के बड़े बड़े राष्ट्राध्यक्षों और प्रतिनिधियों का मन मोह लिया.
युगरत्ना संयुक्त राष्ट्र महासभा में विश्व भर के बच्चों का प्रतिनिधित्व कर रही थीं.
जोश और आत्मविश्वास से भरी युगरत्ना जब खचाखच भरे सदन में भाषण दे रही थीं तो सदन में मौजूद 100 से भी ज़्यादा देशों के प्रतिनिधियों में सन्नाटा व्याप्त था और लोग टकटकी लगाए इस बच्ची को देख रहे थे मानो उसकी सलाहियतों की दाद दे रहे हों.
अपने भाषण में युगरत्ना ने कई बार ज़ोर देकर इन नेताओं से विनती की कि वह धरती को बचा लें और आने वाली नस्लों को बेहतर पर्यावरण प्रदान करें.
युगरत्ना का कहना था, “यह कैसा न्याय है कि हमें धरती तो अच्छी हालत में मिले लेकिन हम उसे आने वाली नस्लों को खराब हालत में दे रहे हैं.'
Answer:संयुक्त राष्ट्र में होने वाले जलवायु परिवर्तन के सम्मेलन में भारत की तेरह वर्षीय छात्रा युगरत्ना श्रीवास्तव ने विश्व भर के नेताओं को संबोधित किया.
युगरत्ना की मांग थी कि जलवायु परिवर्तन के मसले पर अब समय आ गया है कि ठोस कदम उठाए जाएं और कोपेनहेगन में एक संधि पर सहमति बनाई जाए.
युगरत्ना ने ज़ोरदार भाषण देकर विश्व के बड़े बड़े राष्ट्राध्यक्षों और प्रतिनिधियों का मन मोह लिया.
युगरत्ना संयुक्त राष्ट्र महासभा में विश्व भर के बच्चों का प्रतिनिधित्व कर रही थीं.
जोश और आत्मविश्वास से भरी युगरत्ना जब खचाखच भरे सदन में भाषण दे रही थीं तो सदन में मौजूद 100 से भी ज़्यादा देशों के प्रतिनिधियों में सन्नाटा व्याप्त था और लोग टकटकी लगाए इस बच्ची को देख रहे थे मानो उसकी सलाहियतों की दाद दे रहे हों.
अपने भाषण में युगरत्ना ने कई बार ज़ोर देकर इन नेताओं से विनती की कि वह धरती को बचा लें और आने वाली नस्लों को बेहतर पर्यावरण प्रदान करें.
युगरत्ना का कहना था, “यह कैसा न्याय है कि हमें धरती तो अच्छी हालत में मिले लेकिन हम उसे आने वाली नस्लों को खराब हालत में दे रहे हैं.'
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