Hindi, asked by jhss7891, 11 months ago

"Yadi mujhe pari mil jai toh" essay in hindi

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Answered by bhatiamona
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Answer:

यदि परी मिल जाए तो  

यदि मुझे परी मिल जाए तो मुझे उससे मिल कर बहुत ख़ुशी होगी | मैं उससे बहुत सारी बाते करूंगी  |  उसके बाद मैं उससे उसकी अपनी जादुई छड़ी से उसे इस दुनिया में सब को एक समान अधिकार देने की इच्छा मांगूँगी | मैं गरीबी और सभी बीमारियाँ खत्म  करने की इच्छा माँगती। मैं सभी तरफ खुशियाँ और शांति फैला देती। समाज में फैला भ्रष्टाचार और जातिवाद खत्म करने की इच्छा मांगती | भ्रष्टाचार और जातिवाद के कारण बहुत सारे लोगों को बहुत सारे दुखों का सामना करना पड़ता है |  मैं इस दुनिया में सब को एक समान अधिकार देने की इच्छा मांगती | कोई भी इंसान गरीब नहीं होता | सब के पास सब कुछ होता कोई रोटी के लिए नहीं तरसता | भ्रष्टाचार और जातिवाद के कारण बहुत सारे लोगों को बहुत सारे दुखों का सामना करना पड़ता है | | यह सब खत्म हो जाएगा सब जगह खुशियाँ होगी | मैं सभी तरफ खुशियाँ और शांति फैला देती। मैं आतंकवादियों को सज़ा दिलवाती और आतंकवाद समाप्त कर देती। गाँवों की सड़कें बनवाती, विद्यालय बनवाती और गाँवों को भी शहरों के समान बनवा देती। मैं, हर जगह हरियाली और शांति हो, ऐसी कामना माँगती। भटके हुए जानवरों के लिए, एक बड़ा घर बनवाती और उनका खुद ध्यान करती। एक सस्ता अस्पताल और दवाई की दुकान बनवाती ताकि ज़रूरतमंद लोग उसका लाभ ले सकें। मैं विश्व शांति की कामना करती।

Answered by vaishalivchougule198
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Answer:

यदि मुझे परी मिल जाए तो मैं स्वयं को बड़ा ही भाग्यशाली समझेंगा। परी से बातचीत करना मेरे मन की बड़ी पुरानी कामना है। यदि मुझे परी मिलेगी तो मैं उससे पहला प्रश्न करूँगा कि तुम कहाँ से आई हो? कहाँ रहती हो? क्या करती हो? उसकी जादुई छड़ी के बारे में पूछूगा। जादुई छड़ी से इस संसार में जो गरीब एवं दीन-दुखी हैं, उनके दुखों को दूर करने की प्रार्थना मैं उससे करूंगा। भूखों को अन्न, वस्त्रहीनों को कपड़ा और घर अपनी जादुई छड़ी से निर्माण करने के लिए कहूँगा। स्वयं के लिए कुछ न माँगकर समाज और देशवासियों को सुखी और संपन्न बनाए रखने एवं उनकी व्यवस्था बनाए रखने का निवेदन मैं परी से करूँगा। अंत में उसे इस कार्य को करने के लिए मैं उसका सदा आभारी रहूँगा। उसे धन्यवाद दूंगा। मैं परी से कहूँगा इस धरती को स्वर्ग से सुंदर बनाओ। इस वसुंधरा के गहने जो घने वृक्ष, हरियाली, पशु-पक्षी, मनुष्य हैं, सबको परिश्रमी, उद्योगी और स्वावलंबी बनने की इच्छा प्रदान करो

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