Hindi, asked by aayushkanwar76, 19 days ago

यह हार एक विराम है, जीवन महासंग्राम है तिल-तिल मिटूँगा पर दया की भीख मैंलँगा ू नहीं। वरदान माँगँूगा नहीं।1। स्मतिृ सखद ु प्रहरों केलिए, अपनेखण्डहरों केलिए यह जान लो मैंविश्व की सम्पत्ति चाहूँगा नहीं। वरदान माँगँूगा नहीं।2। क्या हार मेंक्या जीत में, किंचित नहींभयभीत मैं संघर्ष पथ पर जो मिलेयह भी सही वह भी सही । वरदान माँगँूगा नहीं।3। चाहेहृदय को ताप दो, चाहेमझु ेअभिशाप दो कुछ भी करो कर्त्तव्र्त्त य पथ सेकिन्तुभागँूगा नहीं। वरदान माँगँूगा नहीं।4। (11) कवि केअनसार ु जीवन क्या है? (A) विराम (B) संग्राम (C) पराजय (D) भीख (12) दखु और शाप मिलनेपर भी कवि क्या नहीं त्यागना चाहता? (A) संघर्ष ( र्ष B) कर्तव्र्त यपरायणता (C) परिश्रम (D) संपत्ति (13) कविता का दसरा ू पद कवि की किस भावना का परिचायक है? (A) त्याग (B) परोपकार (C) स्वार्थ ( र्थ D) प्रतिशोध (14) कवि को किस अवस्था मेंडर नहींलगता?​

Answers

Answered by yygandhi2003
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Answer:

i dont know this answer.

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