Hindi, asked by tandankrishna8, 1 month ago

यह किसका दोहा है?

(ग) प्रेम सदा अति ऊँचो, लहै सु कहै इति भांति कीबात छकी।

सुनिकै सबके मन लालच दौरे, पै बोर लखे सबबुद्धि चकी ॥

जग की कविताई के धोखें रहैं, हां प्रवीनन कीमति जाति जकी।

समुझे कवित्त धन आनंद की हीय-आंखिन नेह की पीर लकी​

Answers

Answered by swamihari421
0

Answer:

गुरु गोविंद Ji का दोहा होना चाहिए मुझे तो यही लगता है और ट्राई कर लेना

Similar questions