यदि मोबाइल न होता तो
Answers
Answer:
यदि मोबाइल न होता तो | yadi mobile na hota to
आज आधुनिक और कंप्यूटर का दौर शुरू है। यह आधुनिक युग मोबाइल के सिवा अधूरा है। मनुष्य द्वारा लगाए गए अनुसंधानों मै से मोबाइल एक महत्वपूर्ण साधन है। आजकल लोगों के दिन की शुरुआत मोबाइल से होती है। व्यापार, रिश्तेदार और दोस्तों से संपर्क करने के लिए मोबाइल का ही प्रयोग किया जाता है। युवाओं में तो मोबाइल का चलन दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है। पर क्या आपने कभी सोचा है कि यदि मोबाइल न होते तो...?
आज अगर मोबाइल ना होता तो यह युग आधुनिक युग नहीं कहलाता, क्यूंकि आज के युग को आधुनिक युग में परिवर्तित करने में मोबाइल की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। विकास के इस दौर में सभी चीजें डिजिटल हो रही है। अगर मोबाइल न होता तो डिजिटल क्रांति सिर्फ एक सपना ही रहती। क्यूंकि आज मोबाइल के बदौलत ही ऑनलाइन पैसों का लेनदेन हो पा रहा है। यदि मोबाइल ना होता तो रिश्तेदार, दोस्त तथा व्यवसाई लोगों से घर बैठे संपर्क करना असंभव होता।
जिस तरह मोबाइल ना होने के नकारात्मक प्रभाव है ठीक उसी तरह इसके कुछ सकारात्मक पहलू भी देखे जा सकते हैं। आजकल मोबाइल के ज्यादा इस्तेमाल से लोगों को इसकी आदत पड़ गई है। ज्यादा देर मोबाइल मैं गेम खेलना, इंटरनेट का इस्तेमाल करना इससे आंखों की समस्या निर्माण होती है। मोबाइल के ज्यादा इस्तेमाल से आज सिरदर्द, आंखों में जलन जैसी समस्याएं युवाओं में निर्माण हो रही है। यदि मोबाइल न होता तो यह सारी समस्याएं नहीं होती, लोग अपने मोबाइल में देखने के बजाय एक दूसरे से बातचीत में समय बिताते। जिससे उनके आपसी संबंध और भी अच्छे बनते।
आजकल मोबाइल के उपयोग से कुछ लोग हैकिंग भी करते हैं। हैकिंग में किसी भी यूजर का डाटा चोरी कर उसका गलत उपयोग किया जाता है। अगर मोबाइल ना होते तो ऑनलाइन हैकिंग भी ना होती। आजकल मोबाइल की मदद से ब्लैकमेलिंग की घटनाएं भी बढ़ रही हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार मोबाइल से निकलने वाले रेडिएशन इंसानों के लिए खतरनाक तो होता ही है लेकिन इन रेडिएशन के कारण हर साल हजारों पंछी मर जाते हैं। अगर मोबाइल में होता तो इत्यादि समस्याएं कभी निर्माण ना होती।