Hindi, asked by kohliyash9210, 3 months ago

1.
जाति की विशेषताएँ बताइये।
2.
उपनिवेशवाद के फलस्वरूप जाति-व्यवस्था में क्या परिवर्तन
जाति व जनजाति में क्या अन्तर है?
3.
जनजातीय पहचान को प्रभावित करने वाले कारकों को लिखिए।
4.
5. मातृवंश व मातृतन्त्र में क्या अन्तर है?
6. संस्कृतिकरण किसे कहते हैं?
7.
जाति व्यवस्था में पृथक्करण व अधिक्रम की क्या भूमिका है।​

Answers

Answered by lavairis504qjio
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Explanation:

इस अन्तर को ध्यान में रखते हुए यह माना जा सकता है कि एक इकाई के रुप में जाति की ये विशेषताएं हैं: वंशानुगत सदस्यता, अन्तर्विवाह, निश्चित व्यवसाय, तथा जाति समितियां, जबकि व्यवस्था के रुप में जाति की विशेषताएं हैं:श्रेणीक्रम, खानपान पर प्रतिबन्ध, तथा शारीरिक व सामाजिक दूरियों पर प्रतिबन्ध।

औपनिवेशिक शासनकाल के दौरान जाति व्यवस्था में प्रमुख परिवर्तन आएजाति का वर्तमान स्वरूप प्राचीन भारतीय परंपरा की अपेक्षा उपनिवेशवाद की ही अधिक देन हैं। ... (i) जनगणना- भारत की जातियों तथा उप-जातियों की संख्या तथा आकार का पता लगाना। (ii) समाज के विभिन्न वर्गों के मूल्यों, विश्वासो तथा रीति-रिवाजों को समझना।

ऐसे समूह की प्रमुख विशेषताओं में एक आदिम-कृषि प्रणाली का प्रचलन, शिकार और खाद्य संग्रहण का अभ्यास, शून्य या नकारात्मक जनसंख्या वृद्धि, अन्य जनजातीय समूहों की तुलना में साक्षरता का अत्यंत निम्न स्तर आदि शामिल है।

आम तौर से मातृवंश व्यवस्था में कुल पुत्रियों के द्वारा चलता है और परिवार का नेतृत्व उस परिवार में पैदा हुई सबसे अधिक उम्र की महिला करती है। ऐसे समाजों में सम्पत्ति और उपाधियाँ भी बेटियों को मिला करती है। मातृतंत्र - मातृतंत्र से अभिप्राय ऐसे समाज से है जिसमें स्त्रियों (मुख्यतः माताओं) की केन्द्रीय भूमिका हो।

संस्कृतीकरण भारत में देखा जाने वाला विशेष तरह का सामाजिक परिवर्तन है। इसका मतलब है वह प्रक्रिया जिसमें जातिव्यवस्था में निचले पायदान पर स्थित जातियाँ ऊँचा उठने का प्रयास करती हैं। ऐसा करने के लिए वे उच्च या प्रभावी जातियों के रीति-रिवाज़ या प्रचलनों को अपनाती हैं।

जाति व्यवस्था में पृथक्करण (separation) और अधिक्रम (hierarchy) की क्या भूमिका है? उत्तर- जाति व्यवस्था के सिद्धांतों को दो समुच्चयों के संयोग के रूप में समझा जा सकता है। पहला भिन्नता और अलगाव पर आधारित है और दूसरा संपूर्णता और अधिक्रम पर। प्रत्येक जाति एक-दूसरे से भिन्न है तथा इस पृथकता का कठोरता से पालन किया जाता है।

Answered by sonalikumari92425
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jatigat Parivartan Kise Kahate Hain

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